Uttarakhand Election 2022: भाजपा में शामिल हुईं सरिता आर्य, चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका
सरिता आर्य आज भाजपा में शामिल हो गई हैं। सरिता यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में आने से नाराज है। वे नैनीताल सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। हाल ही में भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से उन्होंने मुलाकात भी की थी।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 17 Jan 2022 08:40 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। भाजपा ने चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका दे दिया। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य ने सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया। पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इस मौके पर सरिता आर्य ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में आई हैं। उन्होंने पार्टी में आने के लिए कोई शर्त नहीं रखी। पार्टी उन्हें जिस कार्य के लिए उचित समझेगी, वह उस कार्य को पूरी निष्ठा के साथ करेंगी।
प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य पिछले कुछ दिनों से लगातार विद्रोही तेवर अपनाए हुए थीं। इसका मुख्य कारण नैनीताल विधानसभा सीट से पार्टी टिकट की दावेदारी थी। कुछ समय पहले भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य व उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य कांग्रेस में शामिल हो गए थे। भाजपा प्रत्याशी के रूप में संजीव आर्य ने वर्ष 2017 के चुनाव में नैनीताल सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सरिता आर्य को हराया था। कांग्रेस में वापसी के बाद नैनीताल सीट से संजीव आर्य को टिकट मिलना तय माना जा रहा है। यही सरिता आर्य की नाराजगी की मुख्य वजह भी रही। वह इस सीट से खुद दावा कर रही थीं। शनिवार को उन्होंने देहरादून में भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से भी मुलाकात की थी। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरिता आर्य ने कहा था कि यदि भाजपा उन्हें टिकट देती है तो वह भाजपा में शामिल हो जाएंगी। इससे कांग्रेस में हलचल मच गई थी।
- Madan Kaushik (@madankaushikbjp) 17 Jan 2022
सोमवार दोपहर सरिता आर्य ने भाजपा मुख्यालय पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। नारी हूं मैं, लड़ सकती हूं के नारे के बावजूद कांग्रेस में महिलाओं को उचित स्थान नहीं दिया जा रहा था। इस कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता लेने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरिता आर्य के आने से निश्चित रूप से पार्टी मजबूत होगी। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पार्टी नेतृत्व सरिता आर्य की क्षमताओं का पूरा लाभ लेगा। शीर्ष नेतृत्व यह तय करेगा कि उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाए। इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा गुप्ता और प्रदेश महासचिव वंदना आर्य भी सरिता आर्य के साथ भाजपा में शामिल हुईं।
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