उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने लोक कलाकारों के लिए रखा उपवास, सरकार से की ये मांग
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने लोक कलाकारों की समस्याओं को राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए रविवार को दो घंटे का मौन उपवास रखा। उनकी मांग है कि राज्य सरकार आगामी बजट में लोक कलाकारों के लिए भी मदद की व्यवस्था करे।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 01 Feb 2021 11:12 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने लोक कलाकारों की समस्याओं को राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए रविवार को दो घंटे का मौन उपवास रखा। उनकी मांग है कि राज्य सरकार आगामी बजट में लोक कलाकारों के लिए भी मदद की व्यवस्था करे।
हरीश रावत ने मौन उपवास ओल्ड मसूरी रोड स्थित अपने आवास पर सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक रखा। उपवास के बाद उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से प्रदेश के लोक कलाकार खाली बैठे हैं। बड़े सामूहिक आयोजन नहीं होने के कारण उन्हें काम नहीं मिल रहा। इससे उनके समक्ष अपने और परिवार के भरण-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया है। वहीं, सरकार ने कलाकारों के लिए सिर्फ एक हजार रुपये मदद की घोषणा की, जो ऊंट के मुंह में जीरा की तरह है। उनका कहना है कि इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए उन्होंने यह उपवास रखा था।
इस संबंध में उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट भी डाली, जिसमें रावत ने लिखा कि आजकल बहुत चर्चा है कि राज्य सरकार बजट पर सुझाव मांग रही है। राज्य के सृजनात्मक कार्यों में लगे आमजन पर कोरोना का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव पड़ा है। उनकी आर्थिक स्थिति इससे बदहाल हुई है। उन्हें सरकार की मदद की आवश्यकता है। इस वर्ग में हमारे कलाकार भी हैं। उनकी पीड़ा और अपना सुझाव सरकार तक पहुंचाने के लिए मैंने यह मौन उपवास रखा है। मैं अपनी भावना राज्य सरकार को शुभकामनाओं के साथ संप्रेषित कर रहा हूं।
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