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उत्‍तराखंड में छठी से 11वीं तक कक्षाएं शुरू करने को सरकार ने जारी की एसओपी

प्रदेश में सरकारी और निजी सभी आवासीय और डे स्कूलों में छठी से लेकर नौवीं और 11वीं की कक्षाएं आठ फरवरी से प्रारंभ होंगी। कोरोना संकट काल में दस महीने बाद पहली बार प्रारंभ हो रही इन छोटी कक्षाओं में विद्यार्थियों को हैंडवाश थर्मल स्कैनिंग के बाद प्रवेश मिलेगा।

By Sumit KumarEdited By: Updated: Thu, 04 Feb 2021 10:12 PM (IST)
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मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने गुरुवार को डे और आवासीय स्कूलों के लिए अलग एसओपी (मानक संचालक कार्यविधि) जारी की।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में सरकारी और निजी सभी आवासीय और डे स्कूलों में छठी से लेकर नौवीं और 11वीं की कक्षाएं आठ फरवरी से प्रारंभ होंगी। कोरोना संकट काल में दस महीने बाद पहली बार प्रारंभ हो रही इन छोटी कक्षाओं में विद्यार्थियों को हैंडवाश, हैंड सैनिटाइज और थर्मल स्कैनिंग के बाद स्कूलों में प्रवेश मिलेगा। मास्क पहनना विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के लिए अनिवार्य किया गया है। अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही छात्र-छात्राओं को स्कूलों में बुलाया जाएगा। किसी भी विद्यार्थी को स्कूल में आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने प्रदेश में संचालित सभी शिक्षा बोर्डों के कक्षा छह से आठवीं व कक्षा नौ से 11वीं की कक्षाओं में पढ़ाई दोबारा प्रारंभ करने के संबंध में गुरुवार को डे और आवासीय स्कूलों के लिए अलग एसओपी (मानक संचालक कार्यविधि) जारी की है। शासनादेश में सभी जिलाधिकारियों को जिलों में आवासीय और डे स्कूलों में सुरक्षित शारीरिक दूरी व स्वच्छता के संबंध में परिस्थिति के मुताबिक निर्णय लेने को अधिकृत किया गया है। किसी भी स्कूल में कोरोना संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होती है तो हालात देखते हुए स्कूलों को आंशिक व पूरी तरह से कुछ दिनों के लिए बंद करने और खोलने के लिए भी जिलाधिकारी अधिकृत होंगे।

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एसओपी के मुताबिक स्कूलों को खोलने से पहले उन्हें पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। यह प्रक्रिया हर रोज प्रत्येक पाली के बाद नियमित रूप से सुनिश्चित की जाएगी। सैनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था स्कूलों को करनी होगी। किसी छात्र, शिक्षक या कर्मचारी में खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण मिलने पर उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेजा जाएगा। कक्षाओं में विद्यार्थियों को सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठाया जाएगा। स्कूलों में प्रवेश व छुट्टी के समय छात्र-छात्राओं से मुख्य द्वार पर सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा।

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