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पीएचसी व सीएचसी के मानक बदलने को केंद्र में दस्तक

प्रदेश सरकार अब पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने की तैयारी कर रही है। अब प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में 15 हजार की जनसंख्या पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने की तैयारी में है।

By Sumit KumarEdited By: Updated: Fri, 03 Sep 2021 07:53 AM (IST)
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स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती को हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश सरकार अब पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को स्थापित करने के मानक बदलने को केंद्र से अनुरोध किया जा रहा है। अभी पर्वतीय क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिए 20 हजार और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिए 80 हजार जनसंख्या का मानक है।

सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए ब्लाक स्तर तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए हैं। वर्तमान में प्रदेश में 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 575 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित हैं। इनका मकसद इन केंद्रों में मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। कोरोना काल में इनकी उपयोगिता भी सामने आई है। इनके माध्यम से स्वास्थ्य विभाग ने गांव-गांव में कोरोना जांच शिविर लगाने के साथ ही दवाएं वितरित करने का कार्य भी किया। हालांकि, प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से इनकी संख्या काफी कम है।

दरअसल, इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टेंडर्ड के मानकों के अनुसार मैदानी क्षेत्रों में 30 हजार की जनसंख्या और पर्वतीय क्षेत्रों में 20 हजार की जनसंख्या पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की व्यवस्था है। इसी प्रकार पर्वतीय क्षेत्रों में 80 हजार और मैदानी क्षेत्रों में एक लाख 20 हजार की जनसंख्या पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का प्रविधान है। प्रदेश की भौगौलिक स्थिति ऐसी है कि कई स्थानों पर बड़ी ग्राम पंचायतों में भी कम जनसंख्या के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं खुल पा रहे हैं। ऐेसे में ग्रामीण को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दो से पांच किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। पर्वतीय क्षेत्रों में ये दूरी काफी अधिक होती है।

विधायकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस मसले को लगातार सरकार के समक्ष उठाया जाता रहा है। अब प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में 15 हजार की जनसंख्या पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने की तैयारी में है। स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में संशोधन का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा जाएगा।

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