Uttarakhand Landslide: भूस्खलन से 3500 से ज्यादा परिवारों पर खतरा, भूकटाव से दर्जनों गांव के लोग परेशान
Uttarakhand Landslideविभिन्न जिलों में 1573 भवनों को क्षति पहुंची है। 50 परिवारों के राहत शिविर में शरण लेनी पड़ी है। राज्य में फिलवक्त 152 मार्ग अवरुद्ध हैं जिस कारण 400 से अधिक गांव अलग-थलग पड़े हैं। सड़कें टूटने से कई गांवों आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति ठप है और ग्रामीणों को राशन दूध फल-सब्जी आदि के लिए भी भटकना पड़ रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 26 Aug 2023 05:30 AM (IST)
देहरादून, जागरण संवाददाता: उत्तराखंड में अतिवृष्टि और भूस्खलन से 3500 से अधिक परिवार खतरे की जद में हैं। दरक रहे पहाड़ और उफनती नदियों के कारण हो रहे भूकटाव से दर्जनों गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। गढ़वाल मंडल में स्थिति ज्यादा गंभीर है, यहां लगभग तीन हजार परिवार भूस्खलन की जद में हैं। जबकि, कुमाऊं मंडल में 584 परिवार यह दंश झेल रहे हैं।
आसमान में बादल घुमड़ते ही इन परिवारों के 15,000 से अधिक सदस्यों की सांसें अटक जाती हैं। विभिन्न जिलों में 1,573 भवनों को क्षति पहुंची है। 50 परिवारों के राहत शिविर में शरण लेनी पड़ी है। राज्य में फिलवक्त 152 मार्ग अवरुद्ध हैं, जिस कारण 400 से अधिक गांव अलग-थलग पड़े हैं।
सड़कें टूटने से कई गांवों आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति ठप है और ग्रामीणों को राशन, दूध, फल-सब्जी आदि के लिए भी भटकना पड़ रहा है। बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे।
विद्युत पोल और लाइनें क्षतिग्रस्त होने से 25 से अधिक गांवों में अंधेरा छाया हुआ है, जबकि लगभग 20 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। यही नहीं, 15 जून से अब तक भूस्खलन समेत अन्य आपदा में 88 और सड़क हादसों में 60 लोगों की जान गई है।
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