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उत्तराखंड: पात्रता रखने वाले पीटीए शिक्षकों को ही मिलेगा न्यूनतम मानदेय, पढ़िए पूरी खबर

अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत पीटीए शिक्षकों को न्यूनतम मानदेय की परिधि में तभी लाया जाएगा जब वह शासन की ओर से जारी पात्रता शासनादेश के अनुरूप पाए जाएंगे। इसको लेकर विद्यालयी शिक्षा अपर निदेशक एसपी खाली ने समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी को भेजा।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 26 Dec 2021 02:12 PM (IST)
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उत्तराखंड: पात्रता रखने वाले पीटीए शिक्षकों को ही मिलेगा न्यूनतम मानदेय, पढ़िए पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत पीटीए शिक्षकों को न्यूनतम मानदेय की परिधि में तभी लाया जाएगा जब वह शासन की ओर से जारी पात्रता शासनादेश के अनुरूप पाए जाएंगे। इस आशय का आदेश शनिवार को विद्यालयी शिक्षा अपर निदेशक एसपी खाली ने समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी को भेजा।

पत्र में कहा कि तीन सितंबर व सात दिसंबर 2021 को शिक्षा निदेशालय की ओर से एक पत्र जारी किया गया था। जिसके तहत अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत पीटीए शिक्षकों को न्यूनतम मानेदय के दायरे में लिया जाएगा। इसके लिए कुछ नियमों में संशोधन किया गया था। इस संशोधित नियम केअनुरूप ही पीटीए शिक्षकों को नए सिरे से आवेदन करना होगा। देखने में आया कि कुछ जिलों से ऐसे पीटीए शिक्षकों के नाम विद्यालयों की ओर से शिक्षा निदेशालय को प्रेषित किए गए है जो कि 21 दिसंबर 2016 के शासनादेश के अनुसार पद के सापेक्ष आवश्यक अर्हता नहीं रखते हैं।

इन पीटीए शिक्षकों को दस हजार रुपये मानदेय की परिधि में लाने से संबंधित स्कूलों में कितना व्ययभार बढ़ेगा, यह भी नहीं दर्शाया गया है। विद्यालयों ने मानदेय नहीं दिए जाने का कारण भी नहीं बताया है। पूर्व नियुक्त पीटीए का विवरण भी कई अशासकीय विद्यालयों ने नहीं भरा है। इस प्रकार की सभी जानकारी समय पर निदेशालय प्रेषित करने वाले विद्यालयों के पीटीए शिक्षकों को न्यूनतम मानदेय के दायरे में लिया जाएगा।

निश्शुल्क वितरित किए तुलसी के पौधे

तुलसी दिवस पर आमजन को निश्शुल्क तुलसी के पौधे वितरित किए गए और उन्हें पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया गया। शनिवार को गांधी पार्क में नेक्स्ट एवोल्यूशन आफ वल्र्ड संस्थान की ओर से आमजन को 1008 तुलसी के पौधे वितरित किए गए। संस्था के संस्थापक हरप्रीत सिंह ने कहा तुलसी का पौधा दवा में काम आता है। घरों में लोग तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं। कहा संस्था की ओर से अब तक विभिन्न प्रजातियों के 11 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। इस अवसर पर बबीता, प्रशांत, काजल, कांता, राहुल, आदि मौजूद रहे।

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