Uttarakhand Outsourcing Employees: सरकार को खुली चुनौती, संविदा कर्मियों ने आर-पार की लड़ाई का किया एलान
आउटसोर्स कर्मचारी संघ वन विभाग के प्रदेश ने बताया कि पिछले 29 दिनों से संघ से जुड़े कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कोटद्वार में कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे हैं लेकिन मांगें मानना तो दूर कोई जिम्मेदार अधिकारी उनसे वार्ता करने तक को तैयार नहीं। ऐसे में वन मुख्यालय में तैनात उपनल संविदा व अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार का फैसला लिया।
By Shubham SharmaEdited By: Shubham SharmaUpdated: Fri, 06 Oct 2023 05:30 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: वन विभाग के दैनिक संविदा व आउटसोर्स कर्मचारियों ने आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। रुके हुए भुगतान समेत अन्य मांगों का 15 दिन में निस्तारण न किए जाने पर उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। उन्होंने वन विभाग प्रबंधन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरना जारी रखने का एलान किया है।
दूसरे दिन भी जारी रहा धरना
वन मुख्यालय में दूसरे दिन भी दैनिक संविदा आउटसोर्स कर्मचारी संघ का कार्य बहिष्कार व धरना जारी रहा। वेतन सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने वन विभाग प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी की। हालांकि, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक ने कार्मिकों से वार्ता की और उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। लेकिन, कार्मिकों ने लिखित आश्वासन की मांग की।
प्रदेशभर में हड़ताल की चेतावनी
दैनिक संविदा आउटसोर्स कर्मचारी संघ वन विभाग के प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश ने बताया कि पिछले 29 दिनों से संघ से जुड़े कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कोटद्वार में कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे हैं, लेकिन मांगें मानना तो दूर कोई जिम्मेदार अधिकारी उनसे वार्ता करने तक को तैयार नहीं।ऐसे में वन मुख्यालय में तैनात उपनल, संविदा व अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार का फैसला लिया। गुरुवार को कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में मुख्यालय में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि 15 दिन के भीतर कार्रवाई न होने पर प्रदेशभर में हड़ताल की जाएगी।
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