अंडर-19 एशिया कप में चमक बिखेर रहे उत्तराखंड के खिलाड़ी
अंडर-19 एशिया कप के सेमीफाइनल में भारत की जीत में उत्तराखंड के अनुज रावत व आयुष बडोनी ने चमक बरकरार रखी है।
By BhanuEdited By: Updated: Fri, 05 Oct 2018 12:14 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: अंडर-19 एशिया कप के सेमीफाइनल में भारत की जीत में उत्तराखंड के अनुज रावत व आयुष बडोनी ने चमक बरकरार रखी है। अनुज रावत ने 37 व आयुष बडोनी ने 28 रनों का योगदान देकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद दिलाई।
ढाका में खेले जा अंडर-19 एशिया कप में गुरुवार को भारत ने बांग्लादेश को संघर्ष करते हुए दो रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली। तीन रन पर पहला विकेट गिरने के बाद रामनगर के अनुज रावत ने 18 ओवर में 66 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। अनुज ने 61 गेंद में 35 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली। इसके बाद आयुष बडोनी मैदान में उतरे और समीर चौधरी के साथ साझेदारी कर टीम को 136 रन के तक पहुंचाया। आयुष ने 39 गेंद में दो छक्कों की मदद से 28 रनों की पारी खेली। क्षेत्ररक्षण में दौरान भी आयुष बडोनी ने दो महत्वपूर्ण कैच व एक रन आउट किया। अनुज रावत ने भी एक कैच लपक कर टीम को विकेट दिलाने में मदद की।
अंडर-16 बोन टेस्ट में 30 में से 18 खिलाड़ी फेलउत्तराखंड की अंडर-16 टीम चयन प्रक्रिया शुरुआत से ही सवालों के घेरे में है। जिला स्तरीय ट्रायल से लेकर बोन टेस्ट पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐज फ्राड रोकने के लिए बीसीसीआइ अंडर-16 टीम का बोन टेस्ट कराती है। जिसमें 30 में से 18 खिलाड़ी फेल हो गए हैं। इनकी जगह अब स्टेंड बाय के खिलाड़ियों का बोन टेस्ट होगा। इसके लिए खिलाड़ियों को फोन के माध्यम से सूचित कर दिया हैं।
अंडर-16 टीम चयन के लिए यूसीसी इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप कराई गई। चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करने वाले 30 खिलाड़ियों को चयनित किया गया। 15 सदस्य टीम चयनित होने से पहले खिलाड़ियों को बोन टेस्ट से गुजरना पड़ा। जिसमें 30 में से 18 खिलाड़ी बोन टेस्ट में फेल हो गए हैं। बोन टेस्ट में इन खिलाड़ियों की उम्र ज्यादा पाई गई है। इस पर उत्तराखंड क्रिकेट कंसेंसस कमेटी के समन्वयक रत्नाकर शेट्टी ने बताया कि ऐज फ्राड़ रोकने के लिए बीसीसीआइ का ऐज वेरिफिकेशन प्रोग्राम है। अंडर-16 के खिलाड़ियों को टीम में शामिल होने के लिए दो पहलुओं पर खरा उतरना होता हैं। पहला खिलाड़ी की उम्र जन्मप्रमाण पत्र के अनुसार 16 साल से कम हो, दूसरा वह बोन टेस्ट में पास हो।
बोन टेस्ट में फेल होने वाला खिलाड़ी जन्मप्रमाण पत्र के अनुसार ओवर ऐज नहीं हो सकता। फिर भी वह खिलाड़ी बीसीसीआइ के अंडर-16 टूर्नामेंट में नहीं खेल सकता। इन खिलाड़ियों के एक्सरे स्वतंत्र रेडियोलॉजिस्ट को भेजे जाएंगे। अगर दोनो के रिपोर्ट एक जैसे पाई गई तब सही है, लेकिन अगर दोनों रिपोर्ट 0.6 से ज्यादा अलग पाई गई तो अन्य तीसरे को भेजी जाएगी।कोच ने खिलाड़ियों को कराई नेट प्रैक्ट्रिस
उत्तराखंड की अंडर-19 बालिका टीम के साथ कोच जुड़ गई है, गुरुवार को कोच ने खिलाडिय़ों को नेट प्रैक्टिस कराई। बीसीसीआइ ने उत्तराखंड की महिला अंडर-19 और अंडर-23 टीम का कोच गौतम सोम को नियुक्त किया था, लेकिन किसी कारण गौतम सोम टीम से नहीं जुड़ सके। अब हैदराबाद की सविता निराला को टीम का नया कोच नियुक्त किया है। सविता निराला ने कैंप ज्वाइन कर लिया। तनुष ऐकेडमी में बीते एक अक्टूबर से बिना कोच के ही ट्रेनिंग कर रही टीम की संभावित 25 खिलाड़ियों ने सुबह और शाम के सत्र में कोच के साथ पसीना बहाया।
सुबह 8 से 9 बजे से फिटनेस और शाम को साढ़े तीन बजे से नेट सेशन शुरू हुआ। इसमें कोच ने बल्लेबाजों और गेंदबाजों को परखा। नेट सेशन के बाद फील्डिंग सेशन आयोजित हुआ। कैंप के दौरान ट्रेनर अपूर्वा वाडेकर और फिजियो प्राची भी मौजूद रहे।यह भी पढ़ें: फुटबाल टूर्नामेंट में शिवालिक ऐकेडमी ने दून स्कूल को हराया
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