यूपी में हाथरस हादसे के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट, भीड़ प्रबंधन पर फोकस के दिए गए निर्देश
बुधवार को पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक ने समस्त परिक्षेत्र जनपद प्रभारियों पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था एवं पुलिस अधीक्षक रेलवे के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है। प्रदेश में विभिन्न आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन पर पुलिस ने फोकस किया है और इसके लिए कसरत भी की जा रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने समय-समय पर आयोजित होने वाले मेले, धार्मिक आयोजन व अन्य अवसरों पर भीड़ प्रबंधन को लेकर गंभीरता से योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। खासकर आगामी कांवड़ मेले में भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने को कहा है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने की बैठक
बुधवार को पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक ने समस्त परिक्षेत्र, जनपद प्रभारियों, पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था एवं पुलिस अधीक्षक रेलवे के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की।बैठक में उन्होंने भीड़ प्रबंधन के दृष्टिगत जनपदों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को गंभीरता से लिए जाने, आयोजन के लिए एनओसी दिए जाने से पूर्व थाना प्रभारी की ओर से स्वयं मौके पर जाकर आयोजन स्थल की भीड़ क्षमता, प्रवेश-निवासी द्वार, पार्किंग आदि का जायजा लिया जाए। मेले, धार्मिक आयोजन व अन्य कार्यक्रम अनुमति के बाद ही होने दिए जाएं।
आयोजनों के एसओपी तैयार कर पुलिस मुख्यालय उपलब्ध कराने के आदेश
जनपद प्रभारी अपने-अपने जनपदों में होने वाले छोटे-बड़े आयोजनों के संबंध में एसओपी तैयार कर यथाशीघ्र पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराएं। उन्होंने जनपदों में वर्ष में होने वाले समस्त मेले, त्योहारों एवं अन्य अवसरों पर होने वाले कार्यक्रमों का वार्षिक कैलेंडर तैयार कर उसके अनुरूप समय से आवश्यक पुलिस प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।धार्मिक आयोजनों की 15 दिन पहले अनुमति लेने की हो व्यवस्था
बिना अनुमति होने वाले कार्यक्रमों के आयोजकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। किसी भी मेले व धार्मिक आयोजनों की अनुमति 15 दिन पहले लेने की व्यवस्था की जाए। प्रत्येक आयोजन में भीड़ प्रबंधन के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की व्यवस्था की जाए।यह भी पढ़ें- 'तेजी से हों शहरों के मास्टर ड्रेनेज प्लान और फ्लड प्लैन जोनिंग के काम', सीएम धामी ने सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
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