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उत्तराखंड पुलिस की पहल रंग लाई, लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहा 'ऑपरेशन स्माइल'; 5981 गुमशुदाओं को परिवार से मिलाया

उत्तराखंड पुलिस के ऑपरेशन स्माइल अभियान ने 5981 गुमशुदा लोगों को उनके परिवारों से मिलाया है। 1 मई से 30 जून तक चले अभियान में 1370 लोगों को खोजा गया। अब 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक फिर से दो महीने का अभियान चलेगा। अभियान के तहत जनपदों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं और तलाशी टीमें बनाई गई हैं।

By Soban singh Edited By: Riya Pandey Updated: Mon, 14 Oct 2024 09:41 PM (IST)
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पुलिस के प्रयास से परिवार से मिले बिछड़े लोग (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, देहरादून। पुलिस विभाग की ओर से शुरू किया गया 'ऑपरेशन स्माइल' लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर रहा है। एक मई से 30 जून तक चलाए गए दो महीने के अभियान के दौरान पुलिस विभाग ने 1370 गुमशुदा बच्चों, पुरुषों व महिलाओं को तलाश कर उनके स्वजनों को सुपुर्द किया। अब 15 अक्टूबर 15 दिसंबर तक दो माह का दोबारा अभियान चलाया जाएगा।

वर्ष 2023 से अब तक विभाग की ओर से 13 बार अभियान चलाया गया, जिसमें कुल 5981 गुमशुदा बच्चों, पुरुषों व महिलाओं को बरामद किया गया है।

पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि अभियान के तहत जनपदों में सहायक पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक/पुलिस उपाधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

महिलाओं से पूछताछ के लिए फीमेल कर्मी नियुक्त

वहीं जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में पांच-पांच तलाशी टीम व शेष जनपदों में एक-एक तलाशी टीम (प्रत्येक टीम में उपनिरीक्षक-1, आरक्षी-4) का गठन किया गया है। प्रत्येक तलाशी टीम में गुमशुदा बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ के लिए एक महिला पुलिसकर्मी भी अनिवार्य रूप से नियुक्त की गई है।

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प्रत्येक टीमों की सहायता के लिए तलाशी टीमों के अतिरिक्त एक-एक विधिक व टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है। अभियान के लिए अन्य संबंधित विभागों, संस्थाओं, बाल कल्याण समिति, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, अभियोजन, श्रम विभाग, आश्रय गृह, गैर सामाजिक संस्था एवं चाइल्ड हेल्पलाइन का सहयोग भी लिया जा रहा है।

गुमशुदाओं को किया जा रहा तलाश

जनपद व अन्य राज्यों के ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की संभावना अधिक है, जिसमें शेल्टर होम, नारी निकेतन, वृद्धाश्रम, संप्रेक्षण गृह, विशेष गृह ढाबे, कारखाने, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थान, आश्रम, धर्मशाला में विशेष रूप से गुमशुदाओं को तलाश किया जा रहा है।

अभियान के लिए यह दिए दिशा-निर्देश

  • गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश व सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी अनिवार्य रूप से किया जाए।
  • ऑपरेशन स्माइल में नियुक्त टीमों की ओर से अपने जनपदों के अतिरिक्त अन्य जनपदों के गुमशुदाओं को भी तलाश करने के लिए पूर्ण प्रयास किया जाए।
  • गुमशुदाओं के बरामद होने पर उनकी सुपुर्दगी व पुनर्वास के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही की जाए।
  • बच्चों व महिलाओं से नियमानुसार पूछताछ की जाए।

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