Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

उत्‍तराखंड: पहाड़ों पर बारिश से हर ओर पानी ही पानी, ऋषिकेश में आरती घाट डूबा; चमोली में पिंडर व प्राणमति नदी उफनाई

Uttarakhand Rains उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। शुक्रवार को गंगा आरती घाट तक पानी पहुंच गया। चमोली जिले में भी लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। थराली विकासखंड में पिंडर और प्राणमती नदी उफान पर हैं जिससे कई घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान जलमग्न हो गए हैं।

By Jagran News Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 13 Sep 2024 06:56 PM (IST)
Hero Image
Uttarakhand Rains: गंगा आरती घाट तक पानी पहुंच गया। जागरण

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश । Uttarakhand Rains: उत्‍तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही भारी वर्षा के चलते राज्‍य में नदी-नाले उफान पर हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी भी उफान पर आने लगी है।

ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में शुक्रवार सुबह गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। सुबह 11 बजे गंगा का जल स्तर सर्वाधिक 339.26 मीटर तक पहुंचा, जो चेतावनी रेखा से महज 24 सेमी नीचे था। इस दौरान गंगा आरती घाट तक पानी पहुंच गया।

यह भी पढ़ें- Uttarakhand Crime News: किशोरी ने बयां की पिता काली करतूत, कहा- 'मेरे सामने पूरे कपड़े उतारे और मुझे छूने लगे'

वहीं, दोपहर 12 बजे के बाद जल स्तर में आंशिक कमी दर्ज की जाने लगी। शाम पांच बजे तक गंगा का जल स्तर 339.07 मीटर तक नीचे पहुंचा। हालांकि, इस दौरान भी आरती घाट में पानी मौजूद रहा। बता दें कि ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में गंगा के जल स्तर की चेतावनी रेखा 339 .50 मीटर व खतरे का निशान 340.50 मीटर है।

चमोलीवासियों को डरा रही पिंडरव प्राणमति नदी

संवाद सहयोगी,जागरण,गोपेश्वर चमोली जिले में बुधवार की रात्रि से हो रही लगातार वर्षा से आमजीवन अस्त व्‍यस्त हो गया है। हेमकुंड साहिब, बदरीनाथ धाम, नीति मलारी सहित जिले की ऊंची चोटियों में बर्फबारी व निचले इलाकों में लगातार वर्षा से ठंड ने भी दस्तक दी है। जिले में लगातार वर्षा आफत का सबब बनी हुई है।

यह भी पढ़ें- Rishikesh: किशोरी को जिंदगी भर का सदमा दे गई इंटरनेट मीडिया पर हुई दोस्‍ती, दो नाबालिगों ने हैवानियत की हद की पार

थराली विकासखंड में भी लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा के चलते आमजन जीवन भी पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। एक ओर ग्रामीण इलाकों में धान की खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है तो वहीं थराली-कुराड़-पार्था, थराली -डुंग्री, कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग जगह जगह पूरी तरह बंद हैं, जिस कारण राहगीरों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

पिंडर, प्राणमती नदी उफान पर होने के चलते पिंडर नदी का पानी से शिशु मंदिर, थराली रामलीला मैदान, बेतालेश्वर महादेव मंदिर, पिंडर पब्लिक स्कूल तथा कई घर व व्यापारियों के गोदाम जलमग्न हो गए हैंं। जिसके चलते लोगों में खासा दहशत का माहौल बना हुआ है।

बताया कि गुरुवार रात्रि भर से नदी उफान पर होने के चलते आसपास रहने वाले लोगों ने रातजगा किया। वहीं प्रशासन ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ही सरकारी मशीनरी को अलर्ट पर रखा है।

थानाध्यक्ष थराली पंकज कुमार ने बताया कि पुलिस राजस्व विभाग की टीम सहित पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जहां जल भराव हो रहा है, वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा नदियों के किनारे रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की अपील की गई है।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर