Jhangore Ki Kheer: उत्तराखंडी खानपान की खास पहचान है झंगोरे की खीर, एक बार खाएंगे तो नहीं भूल पाएंगे स्वाद
Jhangore Ki Kheer अगर आप खानपान के शौकीन हैं तो यह खबर आपके मतलब की है। उत्तराखंडी खानपान में खास है झंगोरे की खीर। इस पहाड़ी व्यंजन को अब व्रत से लेकर शादी समारोह में खाते हैं। अगर आप एक बार खाएंगे तो इसका स्वाद नहीं भूल पाएंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंडी खानपान (Uttarakhand recipes) की एक खास पहचान है झंगोरे की खीर (Jhangore Ki Kheer)। व्रत-त्योहारों मे लोग झंगोरे की खीर जरूर खाते हैं। अब तो इस खीर को होटलों के मेन्यू का हिस्सा भी बना लिया गया है।
इसके अलावा झंगोरे की खीर को शादी समारोहों में भी लोग काफी पसंद करते हैं। आइए हम आपको झंगोरे की खीर बनाने की विधि (How to make Jhangore Ki Kheer) बताते है। आप आसानी से इसे अपने घर पर ही बना सकते हैं।
झंगोरे की खीर बनाने की विधि (jhangore ki kheer recipe)
- झंगोरे खीर को खुली पतीली पकाया जाता है।
- सबसे पहले एक बर्तन में दूध को उबालकर रख लें। दूसरे बर्तन में झंगोरे को गैस पर चढ़ा लें। उसे लगातार करछी से हिलाते भी रहें।
- आंच भी कम नहीं होनी चाहिए और झंगोरे में पूरा उबाल आना चाहिए। बर्तन की तली पर झंगोरा न लगने दें।
- झंगोरे की खीर के लिए दूध की मात्रा झंगोरे से चार गुणा अधिक होनी चाहिए। वहीं, चीनी या गुड़ की मात्रा बराबर होनी चाहिए।
- एक पाव (1/4 Kg) झंगोरे के लिए एक पाव गुड़ या चीनी की जरूरत होती है। इसके साथ दूध की मात्रा एक किलो होना जरूरी है।
- झंगोरे के खीर के अधपका होने पर देखें कि उसमें पानी की मात्रा ज्यादा तो नहीं है। यदि पानी की मात्रा ज्यादा है तो उसे अधिक पानी को अलग निकाल लें। फिर खीर में दूध और चीनी को मिला दें।
- खीर में उबाल आने पर गैस की आंच को थोड़ा कम कर दें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि खीर में उबाल नहीं रुकना चाहिए। साथ ही खीर में करछी बराबर चलाते रहें। इस दौरान ध्यान रखें कि खीर की गुठलियां न बनें।
- खीर में स्वाद के लिए कद्दूकस किया गया सूखा नारियल, किशमिश और इलायची उसमें मिला दीजिए।
- जब झंगोरे की खीर लसपसी हो जाए तो गैस को बंद कर दें। साथ बर्तन को चूल्हे से नीचे उतार दें।
- ध्यान रखें कि झंगोरे की खीर ज्यादा गाढ़ी नहीं होनी चाहिए। वरना खीर ठंडी होने पर सख्त हो जाएगी।
- झंगोरे की खीर को परसोते हुए यह ध्यान रखें कि यह न ज्यादा गर्म हो न ज्यादा ठंडी।
- लीजिए तैयार हो गई झंगोर की खीर। इसका स्वाद आप आप जीवनभर नहीं भुल पाएंगे।
महत्वपूर्ण परंपरागत फसलों में शामिल है मंडुवा और झंगोरा
मंडुवा और झंगोरा उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों की महत्वपूर्ण परंपरागत फसलों में शामिल हैं। खरीफ में मंडुवा दूसरी और झंगोरा तीसरी मुख्य फसल है। यह पौष्टिकता से लबरेज रहती है।