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उत्तराखंड: 19 माह बाद खुले प्राथमिक सरकारी विद्यालय, पहले दिन 52 फीसद छात्र हाजिर, 129 शिक्षक अनुपस्थित

Uttarakhand School Reopen करीब 19 माह के बाद आज यानी मंगलवार से सरकारी प्राथमिक स्कूल खुल गए हैं। बच्चों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। कोरोना बचाव को जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Tue, 21 Sep 2021 09:28 PM (IST)
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19 माह बाद खुले सरकारी विद्यालय, बच्चों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand School Reopen प्रदेश में करीब 19 माह बाद मंगलवार को प्राथमिक स्कूल खोले गए। पहले दिन दून में 980 राजकीय व अशासकीय प्राथमिक विद्यालयों में से 851 स्कूल खुले। जिले के सरकारी स्कूलों में पंजीकृत 36314 छात्रों में से 18824 यानि 52 फीसद छात्र ही स्कूल पहुंचे। पहले दिन भले ही संख्या कम रही, लेकिन छात्रों में उत्साह पूरा दिखा।

वहीं निजी स्कूल न के बराबर ही खुले। केंद्रीय विद्यालयों ने छात्रों के स्वागत की तैयारी तो की थी, लेकिन यहां भी छात्र न के बराबर ही पहुंचे। निजी स्कूल एवं केवि अभी अभिभावकों की सहमति का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना केबाद पिछले वर्ष 14 मार्च से प्रदेश में प्राथमिक स्कूल वीरान हो गए थे। मंगलवार को स्कूल खुलने के बाद रौनक लौट आई। स्कूल खुलने पर सुबह स्कूलों में सेनिटाइजेशन एवं फागिंग की गई। सुबह गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग एवं सेनिटाइजेशन के बाद बच्चों को स्कूल में एंट्री दी गई।

प्रवेश के बाद अभिभावकों की ओर से भरे गए सहमति पत्र लिए गए। लंबे समय बाद स्कूल पहुंचे छात्रों को पहले दिन पढ़ाने के अलावा उनकी वर्कशीट, गृहकार्य आदि चेक करने में शिक्षक व्यस्त रहे। छात्र संख्या कम होने से दो पालियों में कक्षाएं चलाने की जरूरत नहीं पड़ी।

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हालांकि शिक्षकों का अनुमान है कि आने वाले दो से तीन दिन में छात्र संख्या बढ़ेगी, जिसके बाद दो पालियों में स्कूल संचालित किए जाएंगे।

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अनुपस्थित शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण

दून में पहले दिन 2086 शिक्षकों में से 129 स्कूल नहीं पहुंचे। इनमें 46 शिक्षक सीसीएल, 16 विभागीय प्रशिक्षण और 14 कोविड ड्यूटी में थे। वहीं 79 शिक्षक आकस्मिक अवकाश एवं एक बिना सूचना के अनुपस्थित रहा। जिला शिक्षा अधिकारी आरएस रावत ने सभी स्कूलों को इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण लेकर विभाग को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। बिना कारण अवकाश लेने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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