ऑनलाइन एप में दर्ज होगी उत्तराखंड के शिक्षकों की निष्ठा
प्रदेश के शिक्षकों के पूरे सेवाकाल के दौरान उनके गुड वर्क और खामियों की रिपोर्ट अब ऑनलाइन मोबाइल एप्लीकेशन में दर्ज होगी। इस एप को भी निष्ठा नाम दिया है।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 30 Oct 2019 09:13 AM (IST)
देहरादून, आयुष शर्मा। प्रदेश के शिक्षकों के पूरे सेवाकाल के दौरान उनके गुड वर्क और खामियों की रिपोर्ट अब ऑनलाइन मोबाइल एप्लीकेशन में दर्ज होगी। देशभर में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम कर रहे संस्थान नेशनल इनीसिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट (निष्ठा) ने इस एप को प्रदेश में लांच किया है। संस्थान ने अपने इस एप को भी 'निष्ठा' नाम दिया है।
एनसीईआरटी की प्रतिनिधि प्रोफेसर रंजना अरोड़ा ने निष्ठा एप और वेब पोर्टल के लॉन्च करने की घोषणा की। प्रो. रंजना ने बताया कि एनसीईआरटी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (नीपा) के विशेषज्ञों ने मिलकर बेसिक शिक्षकों के लिए विशेष ट्रेनिंग तैयार की है। जिसे इस निष्ठा एप में समायोजित किया गया है। बताया कि देश में निष्ठा कार्यक्रम इसी साल 21 अगस्त को लॉन्च किया गया था। कार्यक्रम की सफलता के बाद से अब तक यह 19 राज्यों में शिक्षकों को सफलता पूर्वक ट्रेनिंग दे चुका है। निष्ठा का उद्देश्य देशभर में 42 लाख बेसिक शिक्षकों को अत्याधुनिक ट्रेनिंग देना है।
उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग का मकसद शिक्षकों को अपने मूल विषयों में दक्ष बनाना और उन्हें छात्रों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने की ट्रेनिंग देना है। प्रो. रंजना ने बताया कि ट्रेनिंग में शामिल हो रहे शिक्षकों को निष्ठा एप से जोड़ दिया जाएगा। ट्रेनिंग में शामिल शिक्षकों को की- रिसोर्स पर्सन और स्टेट रिसोर्स पर्सन के तौर पर तैयार किया जाएगा। इन शिक्षकों को जिला और ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को ट्रेनिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी। इस तरीके से प्रदेश के बेसिक शिक्षक निष्ठा से जुड़ जाएंगे। बताया कि एक बार शिक्षक के इस एप या पोर्टल से जुडऩे के बाद, उसकी पूरे सेवाकाल का ब्यौरा इसमें दर्ज होता रहेगा।
इस तरीके से शिक्षकों की ऑनलाइन समीक्षा हो सकेगी। उन्होंने बताया कि एप और पोर्टल पर ऑफलाइन वीडियो और पाठ्यक्रम पढ़ने का विकल्प भी है। ऑफलाइन देखने के लिए एक दफा डाटाडाउन लोड करना होगा।वीडियो और थ्री- डी मॉडल्स से पढ़ाईप्रो. रंजना ने बताया कि निष्ठा एप और पोर्टल में 12 मॉड्यूल दिए गए हैं। जिसमें पहली से आठवीं की कक्षा के छात्रों के लिए वीडियो और थ्री- डी मॉडल्स के साथ पढ़ाई का विकल्प है। इसके अलावा छात्रों में कौशल विकसित करने के लिए क्रियाकलाप, नवाचार और रचनात्मकता विकसित करने पर भी जोर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: 22 ब्लॉकों और 15 विस क्षेत्रों में नहीं हैं डिग्री कॉलेज, पढ़िए पूरी खबरप्रो. रंजना ने बताया कि यहां शिक्षकों और छात्रों के पास विभिन्न विषयों पर देशभर के शिक्षकों के साथ चर्चा करने के लिए मंच भी उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि एप मोबाइल प्ले स्टोर और क्यूआर कोड के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: इंजीनियरिंग की छात्राओं के लिए खुशखबरी, मिलेगी हजारों की स्कॉलरशिप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।