Uttarakhand Teachers Vacancy : उत्तराखंड में 10 हजार सरकारी शिक्षकों की होगी भर्ती, शिक्षा मंत्री ने दिए दिशा-निर्देश
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को विद्यालयी शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्राथमिक माध्यमिक व समग्र शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न संवर्गों के रिक्त पदों का विवरण अधिकारियों से तलब किया। डा. रावत ने विभागीय अधिकारियों को रिक्त पदों की सेवा नियमावली के अनुरूप भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददता, देहरादून : सूबे में विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभिन्न संवर्ग के 10 हजार पदों को भरने का लक्ष्य रखा गया है। जिसकी तैयारी विभागीय अधिकारियों ने शुरू कर दी है। प्राथमिक, माध्यमिक व समग्र शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न संवर्गों के इन रिक्त पदों को भरने के लिए उच्च स्तर से दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को विद्यालयी शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्राथमिक, माध्यमिक व समग्र शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न संवर्गों के रिक्त पदों का विवरण अधिकारियों से तलब किया। डा. रावत ने विभागीय अधिकारियों को रिक्त पदों की सेवा नियमावली के अनुरूप भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए, ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक बेरोजगारों को रोजगार दिया जा सके।
उन्होंने बताया कि अकेले केंद्र सरकार के सहयोग से संचालित समग्र शिक्षा के अंतर्गत प्रदेशभर में विभिन्न श्रेणी के 1,580 रिक्त हैं, जिनमें ब्लाक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) संकुल रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) के 955 पद, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए रिसोर्स पर्सन 161, लेखाकार के 363 पद भरे जाने हैं। इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत प्रवक्ता के 613 व सहायक अध्यापक एलटी के 1,595 पदों का अधियाचन आयोग को भेजा जा चुका है, जिन पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू होनी है।
प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत 3,604 प्राथमिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं जिनमें से 1,250 पदों का अधियाचन उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) को भेजा जा चुका है, शेष 2,354 पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं।बैठक में विभागीय बजट, कलस्टर विद्यालय, पीएम-श्री स्कूल एवं डी श्रेणी में चयनित जर्जर विद्यालय भवनों के निर्माण संबंधी प्रगति की भी समीक्षा की गई। विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए निर्माण कार्यों एवं अन्य मदों में स्वीकृत बजट को शत-प्रतिशत खर्च किया जाए।
बैठक में अपर सचिव विद्यालयी शिक्षा रंजना राजगुरु व एमएम सेमवाल, प्राथमिक शिक्षा निदेशक आरके उनियाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट, वित्त नियंत्रक गुलफाम अली आदि मौजूद रहे।
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