Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Uttarakhand Weather : दो दिनों का यलो अलर्ट, मंगलवार को भी मौसम खराब, 13 के बाद वर्षा से राहत के आसार

Uttarakhand Weather मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार व बुधवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने और एक से दो दौर तेज बौछार पड़ने की संभावना है। प्रदेश में अभी भी मानसून सक्रिय है। 13 अक्टूबर के बाद वर्षा से राहत के आसार हैं।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Tue, 11 Oct 2022 07:51 AM (IST)
Hero Image
Uttarakhand Weather : दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी। जागरण

जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather : प्रदेश में अभी भी मानसून सक्रिय है। 13 अक्टूबर के बाद वर्षा से राहत के आसार हैं। वहीं बारिश और बर्फबारी से अब ठंड बढ़ने लगी है।

मंगलवार को देहरादून सहित अधिकतर इलाकों में मौसम खराब बना रहा। देहरादून में बादल छाए रहे और हल्‍की बूंदाबांदी होती रही। वहीं मसूरी में रातभर से बारिश जारी रही।

दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी

मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार व बुधवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने और एक से दो दौर तेज बौछार पड़ने की संभावना है। इन दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटे में रामनगर में 58.2 मिमी व नैनीताल में 38.4 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।

यह भी पढ़ें : Uttarkashi Avalanche: उत्‍तरकाशी एवलांच में अब तक 27 शव बरामद, दो की तलाश जारी, पढ़ें पूरा घटनाक्रम

चारधाम सहित ऊंची चोटियों पर हुई बर्फबारी

इससे पहले सोमवार सुबह बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई। पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल आदि जनपदों में कई जगहों भारी वर्षा हुई। देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी जनपदों में कहीं-कहीं बादल छाये रहे, लेकिन धूप भी खिली रही।

13 या 14 अक्टूबर से हो सकती है उत्तराखंड से मानसून की विदाई

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार उत्तराखंड से मानसून की विदाई में अभी तीन से चार दिन और लग सकते हैं। अब उम्मीद जताई जा रही है कि 13 या 14 अक्टूबर से उत्तराखंड से मानसून की विदाई हो जाएगी।

यह भी पढ़ें : रामनगर में कोसी में बाढ़, गिरिजा देवी मंदिर के पुल की सीढ़ियां बहीं, 60 दुकानें भी नदी में बहीं

हालांकि, आठ अक्टूबर को देहरादून और उत्तरकाशी के कुछ क्षेत्रों से मानसून की विदाई की संभावना बनी थी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर सक्रिय हो गया और उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में एक बार फिर तेज वर्षा व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने लगी।