Uttarakhand Weather: बारिश के चलते केदारनाथ जा रहे छह हजार यात्रियों को रोका, स्कूलों में शनिवार को भी छुट्टी
Uttarakhand Weather भारी वर्षा के बीच पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रहे भूस्खलन से आवाजाही प्रभावित है। केदारनाथ जा रहे छह हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है। वहीं स्कूलों में शनिवार को भी छुट्टी की गई है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 16 Sep 2022 09:06 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather News उत्तराखंड में बुधवार से रुक-रुककर हो रही वर्षा का क्रम अभी बना हुआ है। इससे प्रदेश में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। खासकर पर्वतीय जिलों में जगह-जगह हो रहे भूस्खलन के कारण आवाजाही प्रभावित है।
ऋषिकेश में गंगा में राफ्टिंग पर रोक
केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन के कारण करीब छह हजार तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है। नदी-नालों के उफान पर आने से ऋषिकेश में गंगा में राफ्टिंग पर रोक लगा दी गई है।
पांच जिलों में स्कूलों में शनिवार को भी छुट्टी
वहीं, कुमाऊं मंडल में ऊधमसिंह नगर को छोड़ अन्य पांच जिलों में स्कूलों में शनिवार को भी छुट्टी की घोषणा की गई है। गढ़वाल में भी चार पर्वतीय जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और पौड़ी में आज स्कूल बंद रहेंगे। मौसम विभाग ने आज भी भारी वर्षा की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है।ज्यादातर क्षेत्रों में रुक-रुककर हो रही बारिश
प्रदेश में मानसून के फिर जोर पकड़ने और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से वर्षा का दौर जारी है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। इससे तमाम नदी-नाले उफान पर हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में जगह-जगह दरक रही पहाड़ियां आफत बनी हुई हैं।छह हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों को रोका
शुक्रवार को प्रशासन ने सुबह 11 बजे के बाद तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग से केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी। करीब छह हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- हालांकि, सुबह 11 बजे से पहले 7665 तीर्थ यात्री धाम के लिए रवाना हो चुके थे।
- शनिवार को मौसम ठीक होने पर ही यात्रियों को जाने की अनुमति देने पर प्रशासन विचार करेगा।
- इसके अलावा बदरीनाथ मार्ग समेत अन्य कई मार्गों पर दिनभर मलबा आने से यातायात बाधित होता रहा।
उच्च हिमालयी चोटियों में हिमपात
उधर, कुमाऊं में उच्च हिमालयी चोटियों में हिमपात हो रहा है, जबकि निचले क्षेत्रों में रिमझिम वर्षा हो रही है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग आठवें दिन भी यातायात के लिए नहीं खुल सका। चम्पावत में पुर्णागिरि मार्ग भी यातायात के लिए बंद है। बागेश्वर में अतिवृष्टि से चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।- प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के कारण ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।