Uttarakhand Weather Today : मैदानी इलाकों में परेशान कर सकती है गर्मी, लेकिन पहाड़ों के लिए आई अच्छी खबर
Uttarakhand Weather शनिवार को देहरादून में सुबह से चटख धूप खिल गई। जिससे लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। आज प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि मैदानों में आंशिक बादल छाये रहने के आसार हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather : मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि मैदानों में आंशिक बादल छाये रहने के आसार हैं। वहीं शनिवार को देहरादून में सुबह से चटख धूप खिल गई। जिससे लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश के दौर से मौसम सुहावना बना हुआ है।
वाडिया देगा स्थानीय मौसम की सटीक जानकारी
वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान में वेधशाला स्थापित की गई है, जो संस्थान के आसपास के मौसम की सटीक जानकारी एक बड़ी स्क्रीन के माध्यम से देगी। इस वेधशाला का उद्घाटन शुक्रवार को वाडिया संस्थान के निदेशक डा. कालाचांद साईं ने किया।
उन्होंने कहा कि इस वेधशाला से मौसम, वायु प्रदूषण के सभी मापदंडों जैसे तापमान, वर्षा, वायु की दिशा, वायु की रफ्तार, वायु प्रदूषण का स्तर आदि की वास्तविक (रियल टाइम मानिटरिंग) जानकारी दी जाएगी। इसकी जानकारी संस्थान में लगी एक बड़ी स्क्रीन में डिस्प्ले होगी।
आमजन वाडिया संस्थान के आसपास की मौसम की जानकारी इस वेधशाला से ले सकेंगे। कुछ वर्षों के आंकड़ों से भविष्य में होने वाले मौसम एवं प्रदूषण के स्तर में होने वाले परिवर्तन के बारे में भी बताया जा सकेगा।
पेयजल संकट गहराया, दूनवासियों के सूखे हलक
दून में गर्मी और उमस के साथ पानी का संकट भी गहराने लगा है। जल संस्थान के तमाम दावों के बावजूद पेयजल आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। शहर के दो दर्जन के करीब इलाकों में लोग पानी को तरस रहे हैं। कहीं पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने तो कहीं लाइन चोक होने के कारण पानी का संकट गहरा गया है। मांग बढऩे के कारण भी पर्याप्त आपूर्ति नहीं की जा रही है। कई जगह पेयजल व्यवस्था हैंडपंप और टैंकरों के भरोसे है।
कई इलाकों में लो प्रेशर के साथ ही आपूर्ति की अवधि भी घट गई है। इसका एक बड़ा कारण पानी की लाइनों का क्षतिग्रस्त होना है। शहर में चल रहे तमाम निर्माण कार्यों के चलते आए दिन पानी की लाइनें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। जल संस्थान लाइनें क्षतिग्रस्त होने का ठीकरा निर्माण एजेंसियों पर फोड़ रहा है और शिकायत के बावजूद पानी की लाइनों को दुरुस्त करने में शीघ्रता नहीं दिखा रहा।
इससे हजारों लीटर पानी सड़कों पर बह रहा है और आपूर्ति प्रभावित हो रही है। पटेल रोड, फालतू लाइन, सुभाष रोड, रेसकोर्स, आराघर, घोसी गली, कचहरी रोड, चंदर नगर, ईसी रोड, सेवला कलां, माजरा, निरंजनपुर, सत्तोवाली घाटी, ऋ षि विहार आदि इलाकों में लीकेज के कारण पेयजल व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। शहर के कई क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां घरों में सीवर या नाली का पानी पहुंच रहा है।
जल संस्थान की महाप्रबंधक निलिमा गर्ग का कहना है कि विभिन्न निर्माण एजेंसियों की ओर से निर्माण कार्य के दौरान पानी की लाइन तोड़ दी जाती है और जल संस्थान को समय पर सूचित नहीं किया जाता। इससे पानी बर्बाद होता है और आपूर्ति प्रभावित हो जाती है। कुछ जगह बिजली की समस्या के चलते आपूर्ति प्रभावित है। क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का गंभीरता से संज्ञान लेकर मरम्मत कराई जा रही है। जिन इलाकों में पानी की किल्लत की शिकायत मिल रही है, वहां फिलहाल टैंकर से आपूर्ति की जा रही है।
प्राकृतिक स्रोत और भूजल भी दे रहा दगा
दून में ज्यादातर इलाकों में प्राकृतिक स्रोत से आपूर्ति की जाती है, जो भीषण गर्मी के चलते सूख रहे हैं। बारिश न होने से भूजल स्तर भी घटा है। जल संस्थान ने कम पानी मिलने के बाद कुछ इलाकों में नलकूपों की गहराई भी बढ़ाई है, लेकिन यह भी नाकाफी साबित हो रहा है।
देहरादून में जलापूर्ति की स्थिति
कुल मांग- 242.17 एमएलडी
कुल उपलब्धता- 228 एमएलडी