Uttarakhand Weather Update : देहरादून में भारी बारिश का रेड अलर्ट; टिहरी में भारी वर्षा की चेतावनी
Uttarakhand Weather मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं चंपावत नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। यह क्रम आगामी 14 अगस्त तक बना रहने की आशंका है।
By Vijay joshiEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Thu, 10 Aug 2023 09:26 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख हैं और जगह-जगह अतिवृष्टि से भारी नुकसान हो रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा का क्रम बने रहने की आशंका जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून, पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। यह क्रम आगामी 14 अगस्त तक बना रहने की आशंका है।
बीते तीन दिनों से दून के कई इलाकों में भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। रोजाना एक से दो दौर दर्ज किए जा रहे हैं। मालदेवता और सहस्रधारा क्षेत्र में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है। मालदेवता के सरखेत में सड़कें बहने के साथ ही विद्युत पोल बह गए हैं। बांदल नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीणों की आवाजाही ठप है।
हालांकि, ग्रामीण रस्सियों के सहारे नदी के इस पार से सामान उस पार पहुंचा रहे हैं। कच्चे पुल बहन से लोग घरों में कैद हैं और बारिश के दौरान बाढ़ के कारण घरों और दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सहस्रधारा में भी बीते दिनों हुए भूस्खलन से चामासारी मार्ग बंद है, जिसे दुरुस्त करने में लोनिवि की जेसीबी जुटी हैं। राजपुर क्षेत्र में भी कई कालोनियों में जल भराव और भूधंसाव की सूचना है।
चंद्रबनी चोयला में 22 घरों में घुसा मलबा
बुधवार रात हुई भारी वर्षा के कारण चंद्रबनी चोयला में आपदा जैसे हालात हो गए। जंगल की ओर से बरसाती नालों के पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा रिहायशी इलाकों में आ गया। इस दौरान करीब 22 घरों में मलबा व पानी घुस गया, जिससे उनका सामान खराब हो गया। क्षेत्रवासियों ने रात जागकर बिताई।कई घरों में रखा राशन भी मलबे से खराब हो गया। कुछ घरों को नुकसान भी पहुंचा है। जबकि, सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आने से आवाजाही भी प्रभावित हो गई। सुबह नगर निगम की टीम ने जेसीबी से सड़कों से मलबा हटाया। गुरुवार सुबह महापौर सुनील उनियाल गामा ने क्षेत्र का निरीक्षण कर प्रशासनिक अधिकारियों को नुकसान के आकलन के निर्देश दिए। हालांकि, देर शाम तक प्रशासन की ओर से किसी भी अधिकारी के मौके पर पहुंचने की सूचना नहीं है।
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