Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में बदला मौसम, देहरादून समेत कई जिले में बारिश; बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे बंद
Uttarakhand Weather Update गुरुवार को देहरादून समेत कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। भूस्खलन से बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे कई जगह बंद है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 13 Aug 2020 10:04 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है और रेड अलर्ट भी जारी किया है। इस दौरान गुरुवार को देहरादून समेत कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। भूस्खलन से बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे कई जगह बंद है।
मसूरी में आकशीय बिजली से एक युवक की मौतमसूरी के समीपवर्ती बिच्छू गांव हाल निवास समीप के चड़ोगी गांव के एक और युवक की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत। 22 वर्षीय सूरज सजवान रात को अपने मक्की के खेत में जानवरों से फसल की रखवाली करने गया था। इसी दौरान वह आकाशीय बिजली की चपेट मे आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। सूरज सजवान गोवा में नौकरी करता था और कोरोना के कारण गांव आया था। चार दिनों में बिच्छू गांव में आकाशीय बिजली गिरने की यह दूसरी घटना है। घटना से गांव एवं पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है।
देहरादून में देर रात से हो रही बारिश
देर रात से रुक-रुककर हो रही हल्की बारिश के बाद दून में सुबह मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी। राजपुर, सहस्रधारा, रायपुर समेत आसपास के इलाकों में झमाझम बारिश। देहरादून समेत प्रदेश के नौ जिलों में दो दिन भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग की ओर से रेड अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल, चममोली और ऊधमसिंह नगर में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका। जिला प्रशासन को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
गौरीकुंड हाईवे पांचवें दी भी बंद रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाईवे पांचवें दिन गुरुवार को भी बंद है। मार्ग गुप्तकाशी विद्या धाम व गौरीकुंड के पास अवरुद्ध चल रहा है। केदारनाथ समेत अन्य स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है।चमोली में भूस्खलन से मकान और गौशाला को पहुंची क्षति
चमोली में देर रात हुई भारी बारिश के चलते एक बार फिर से लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। जिले के दशोली ब्लॉक में सोनला ग्रामसभा के क्वीरालु गांव में भूस्खलन होने से गौशाला व मकान को क्षति पहुंची है। इस दौरान लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन वह गोशाला पूरी तरह से मलबे की चपेट में आ गई। इससे कई मवेशी मलबे में जिंदा दफन हो गए। बताया जा रहा है कि घटना तड़के तीन बजे की है। उसके बाद स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचे। आपदा पीड़ित सोबत लाल का कहना है कि तड़के तीन बजे अचानक से भारी मलबा उनके मकान और दूसरों के मकान के ऊपर आया और वह किसी तरह अपने स्वजनों सहित सुरक्षित स्थानों पर भागे। यहां पर काश्तकारी भूमि को भी खासा नुकसान हुआ है। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। बताया गया कि सोबत लाल, हरीश लाल, नारायण सिंह आदि की काश्तकारी भूमि को भी नुकसान हुआ है।
बदरीनाथ हाईवे कई जगह भूस्खलन से बंदचमोली में बीती रात से बारिश हो रही है। जिले के देवाल के फल्दिया गांव में नाले के उफान में आने से तीन घरों में पानी घुस गया। साथ ही एक पुलिया भी बह गई। मंडल सहित अन्य जगहों में खेतों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, बदरीनाथ हाईवे क्षेत्रपाल, बिरही, पीपलकोटी भनारपानी, हेलंग और लामबगड़ सहित कई जगह भूस्खलन से बंद है।टिहरी में दिल्ली यमनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग मलबा आने से बंद
टिहरी जिले में बीती रात हुई बारिश से दिल्ली यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग खरसोन क्यारी के पास मलबा आने से बंद। जिले में 7 लिंक रोड भी बंद है। रोड को खोलने का कार्य जोसीबी द्वारा जारी है।लगातार हो रही बारिश से कुमाऊं में दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं, जबकि गढ़वाल में भी बारिश और भूस्खलन से काफी नुकसान हो रहा है। बुधवार को पिथौरागढ़ जिले में जोरदार बारिश हुई। जिससे अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग पर बेरीनाग व थल के मध्य सड़क धंस गई। थल-पांखू मार्ग पर रपटे में एक पिकअप वाहन बह गया। धारचूला में एक गोशाला ध्वस्त हो गई। एक महिला मलबे की चपेट में आकर घायल हो गई।
कोट्यूड़ा गांव में एक मकान मलबे में दब गया। अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग में थल के निकट बरड़ के पास एक विशाल चीड़ का पेड़ गिर गया। इससे सड़क धंस गई। इस बीच हल्द्वानी से सामान लेकर आ रहा ट्रक पलट गया। रावल गांव में भी चार मकान ध्वस्त हो गए, यहां 14 लोग बाल-बाल बचे। नाचनी क्षेत्र में भी भारी नुकसान हुआ है। पांखू क्षेत्र के सिल्दो गांव में मूसलधार बारिश से भारी भूस्खलन हुआ है।यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में बारिश से सड़कों पर भूस्खलन की मार, देखें फोटो में प्रकृति का कहर
पिथौरागढ़ जिले में 30 मार्ग बंद हैं। चीन सीमा को जोड़ने वाले तीनों मार्गो पर यातायात बहाल नहीं हो सका है। इस बीच आपदा प्रभावित इलाकों का जायजा लेने मंडलायुक्त मुनस्यारी पहुंचे। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी बंगापानी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हाल जाना। इधर, बदरीनाथ क्षेत्र के 14 गांवों में दो दिन से विद्युत आपूर्ति ठप है, हालांकि केदारनाथ मार्ग पांच दिन बाद सुचारू हो गया है, लेकिन प्रदेश में अब भी करीब 65 मार्गो पर आवाजाही बंद है। गंगोत्री हाईवे 32 घंटे बाद सुचारू हो गया है। बदरीनाथ यात्र मार्ग कुछ स्थानों पर मलबा आने से दिनभर बाधित होता रहा। यमुनोत्री हाईवे यातायात के लिए खुला है। टिहरी बीती रात्री को भारी बारीश से नैनबाग बाजार के समीप एक मकान का शौचालय व बाथरूम पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय निवासी बॉबी सिंह के मकान की सुरक्षा दीवार भी क्षतिग्रस्त हुई है।
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