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Uttarakhand Weather: आज छह जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी, अगले तीन दिन में उत्तराखंड पहुंच सकता है मानसून

Uttarakhand Weather उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। ज्यादातर क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में प्री-मानसून शावर तेज हो गए हैं। शनिवार से देहरादून व नैनीताल समेत छह जिलों में भारी वर्षा व ओलावृष्टि को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं देहरादून में प्री मानसून की वर्षा गुरुवार को आफत बनकर आई।

By Vijay joshiEdited By: Nirmala BohraUpdated: Fri, 23 Jun 2023 12:28 PM (IST)
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उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। ज्यादातर क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। ज्यादातर क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं। देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा दर्ज की गई। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई। शुक्रवार तड़के देहरादून में बारिश हुई। वहीं ऋषिकेश में मूसलधार बारिश हुई। रुड़की शहर व आसपास के क्षेत्रों में बारिश होने से गर्मी से राहत मिली। चमोली में बादल छाए रहे।

नैनीताल में झमाझम बारिश

नैनीताल में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार को झमाझम बारिश हुई। बारिश से जनजीवन प्रभावित है। सुबह यहां कोहरा छाया था, करीब 11:30 बजे से झमाझम बारिश शुरू हो गई। जिससे ऊंचाई वाले इलाके से झील में गिरने वाले नाले उफना गए।

बारिश से बाजारों में आवाजाही बेहद रही तो पर्यटक होटलों में दुबक गए या पर्यटन स्थलों में सुरक्षित स्थानों पर बारिश बंद होने का इंतजार करते रहे। माल रोड में भी आवाजाही रही। बारिश से झील का जलस्तर बढ़ रहा है।

25-26 जून को मानसून दे सकता है दस्तक

मौसम विभाग ने अगले चार दिन प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा की चेतावनी दी है। शनिवार से देहरादून व नैनीताल समेत छह जिलों में भारी वर्षा व ओलावृष्टि को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा 25-26 जून को प्रदेश में मानसून दस्तक दे सकता है।

मौसम के करवट बदलने के आसार

प्रदेश में बीते दो दिन से बादलों का डेरा है। कहीं-कहीं वर्षा के दौर भी जारी हैं। गुरुवार को देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़ व नैनीताल में भारी वर्षा हुई। जिससे जन-जीवन प्रभावित हो गया। हालांकि, चारधाम समेत आसपास के पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रहे। आज भी प्रदेश के निचले क्षेत्रों में मौसम के करवट बदलने के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में प्री-मानसून शावर तेज हो गए हैं। शुक्रवार को प्रदेश में गरज-चमक के साथ कई स्थानों पर तीव्र बौछारों के एक से दो दौर और झोंकेदार हवाएं चलने की आशंका है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

शनिवार से सोमवार तक मौसम को लेकर रेड अलर्ट

वहीं, शनिवार से सोमवार तक प्रदेश में मौसम को लेकर रेड अलर्ट है। देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, टिहरी, बागेश्वर और पिथाैरागढ़ में भारी वर्षा हो सकती है। साथ ही कहीं-कहीं 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं। आपदा की आशंका के चलते संबंधित जिलों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

अगले तीन दिन में मानसून कुमाऊं पहुंचने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून उड़ीसा, बंगाल व झारखंड पहुंच चुका है। अगले तीन दिन में मानसून के छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पहुंचने की संभावना है।

उत्तराखंड में चंपावत व आसपास के क्षेत्रों में मानसून दस्तक दे सकता है। इसके बाद इसे पूरे प्रदेश में सक्रिय होने पर में एक से दो दिन का समय लग सकता है।

दून में तीन घंटे में 84 मिमी वर्षा

दून में गुरुवार को तड़के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी के साथ वर्षा शुरू हुई। जबकि, सुबह करीब साढ़े सात बजे शहर के प्रमुख इलाकों में तीव्र बौछारों का क्रम शुरू हुआ और करीब दो घंटे तक चला। इसके बाद वर्षा कुछ हल्की हुई और दोपहर तक बारिश का दौर पूरी तरह थम गया।

इस बीच दून में ओवरआल 64 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जो कि वर्ष 2017 में जून में एक दिन में हुई (177 मिमी) वर्षा के बाद सर्वाधिक है। इस दौरान करनपुर क्षेत्र में 52 मिमी, सहस्रधारा में 47, मोहकमपुर क्षेत्र में 41 मिमी वर्षा हुई।

पलटन बाजार में दुकानों में घुसा बारिश का पानी, व्यापारियों में रोष

देहरादून में प्री मानसून की वर्षा गुरुवार को आफत बनकर आई। झमाझम बारिश से सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। चौक-चौराहों में नदी बहने लगी। बाजारों में बारिश का पानी दुकानों में घुस गया।

पलटन बाजार, पटेल मार्केट, चकराता रोड, पटेलनगर आदि क्षेत्रों में जलभराव हो गया। इससे व्यापारियों का काफी नुकसान भी हो गया। घंटों मशक्कत करने के बाद व्यापारियों ने पानी बाहर निकाला। स्मार्ट सिटी के कार्यों पर व्यापारियों ने सवाल खड़े किए हैं।

गुरुवार को सुबह से शुरु हुई झमाझम बारिश के दौरान बाजार में 20 से अधिक दुकानों में गंदा पानी घुस गया। करीब एक घंटे तक दुकानदार व ग्राहक मेजों के ऊपर बैठने को विवश रहे।

व्यापारियों ने बताया कि की नाली करीब तीन फिट गहरी है, लेकिन लंबे समय से सफाई न होने के चलते उसकी गहराई अब एक फिट ही रह गई है। इसी कारण बरसात में पानी दुकानों में घुस जाता है। वहीं, नालियों की सफाई न होने से वह चोक पड़ी हैं। इसी के चलते गुरुवार को बारिश के दौरान पलटन बाजार में पानी नाली में बहने के बजाय सड़कों पर बह रहा था। जिससे आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

इंदिरा मार्केट में नाली जाम, सड़क पर पानी

इंदिरा मार्केट में वर्षा के दौरान नाली चोक हो गई, जिसके चलते पानी सड़कों पर बहने लगा। व्यापारियों ने बताया कि नाली छोटी हैं। सफाई न होने की वजह से नाली की गहराई खत्म हो गई है। अब दुकानों में पानी घुस रहा है।

अभी मानसून में तो समस्या और बड़ी हो जाएगी। काउंटरों पर चढ़कर बैठना पड़ता है। जब पानी दुकानों में घुसता है। इसकी शिकायत कई बार नगर निगम व प्रशासन से की जा चुकी है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

जगह-जगह फंसे रहे वाहन चालक

आम दिनों में शहर में यातायात जाम रहना कोई नई बात नहीं है, लेकिन गुरुवार को प्री मानसून की बारिश के कारण सड़कों पर घंटों जाम लगा रहा। यातायात पुलिस कहीं नजर नहीं आई। शहर का कोई ऐसा कोई क्षेत्र नहीं था जहां वाहन चालकों को जाम के कारण दो चार न होना पड़ा हो।

बारिश बंद होने के बाद थोड़ा जाम खुला और वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। गुरुवार को सुबह शुरू हुई बारिश के कारण लोगों ने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दोपहिया वाहनों की बजाए चौपहिया वाहन निकाले। बारिश के कारण जाम की संभावना होने के बावजूद यातायात पुलिस की कोई तैयारी नहीं नजर नहीं आई।

सहारनपुर चौक से प्रिंस चौक तक आम दिनों में थोड़ा बहुत जाम लगा रहता है, लेकिन गुरुवार को मातावाला बाग से लेकर प्रिंस चौक तक लंबा जाम लग गया। सहारनपुर चौक में एक सिपाही तैनात दिखा, लेकिन सिटी पेट्राेलिंग कहीं नजर नहीं आई। धीरे-धीरे करके वाहन किसी तरह आगे बढ़े।

करीब एक घंटे में यह जाम खुला। दूसरी ओर यही हाल आइएसबीटी का रहा। यहां इन दिनों सड़क किनारे फुटपाथ का काम चल रहा है, जिसके कारण यहां भी लंबा जाम रहा। रिस्पना पुल, महंत इंदिरेश अस्पताल से कारगी चौक, जोगीवाला, बल्लीवाला सहित अन्य जगहों पर वाहन चालकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।

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