Uttarakhand Weather: आज मिलेगी राहत या फिर कहर बरपाएंगे बादल? पढ़ें, बारिश को लेकर मौसम विभाग की ताजा अपडेट
Uttarakhand Weather मौसम विभाग द्वारा आज चार जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून नैनीताल ऊधमसिंह नगर व चंपावत में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। चारधाम जाने वाले यात्रियों एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह भी दी है। कहीं-कहीं गरज के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी आशंका है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather: गुरुवार को उत्तराखंड में बादलों से राहत मिलेगा या फिर आफत बनकर बरेसेंगे इसकी जानकारी आपको खबर में आगे मिलेगी।
उत्तराखंड में भारी बारिश से कुछ राहत है और ज्यादातर क्षेत्रों में चटख धूप खिलने लगी है। जिससे मैदानी क्षेत्रों में गर्मी फिर बढ़ गई है और दिनभर उमस बेहाल कर रही है। दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में दो दिन के भीतर अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हुई है। हालांकि, प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश भी दर्ज की जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रहने का अनुमान है। देहरादून, पौड़ी, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी वर्षा के एक से दो दौर हो सकते हैं। अन्य जिलों में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं।
प्रदेश में पीएमजीएसवाई की 113 सड़कें बंद
प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत आने वाली 113 सड़कें बंद हैं। इनमें 23 सड़कें गढ़वाल मंडल और 90 सड़कें कुमाऊं मंडल में हैं। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को तेजी से इन सड़कों को खोलने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के साथ बैठक कर बरसात से बंद सड़कों की स्थिति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विभाग को आपदा मद से 160 करोड़ के प्रस्ताव मिले थे। इसके सापेक्ष 46 करोड़ रुपये ही प्राप्त हो पाए हैं। इस राशि के अंतर्गत प्राथमिकता के आधार पर सड़कों के निर्माण के टेंडर कराए गए हैं। साथ ही 49 पुलों के निर्माण का कार्य गतिमान है।
उन्होंने सड़कों के निर्माण में तेजी लाने और सड़कों के निर्माण कार्य को तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही सभी जिलाधिकारियों के साथ बरसात के कारण बंद हुए पीएमजीएसवाई के अंतर्गत आने वाली सड़कों के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बैठक करेंगे।
बैठक में मुख्य अभियंता आरपी सिंह एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री संपर्क योजना से जोड़े जाएंगे 250 से कम आबादी वाले गांव ग्राम्य विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई गांव ऐसे हैं, जिनकी आबादी 250 से कम है।
केंद्र के मानकों के अनुसार 250 से अधिक आबादी वाले गांवों में ही पीएमजीएसवाई के तहत सड़कें बनती हैं। इस कारण कम आबादी वाले गांवों तक सड़क नहीं पहुंच पाती। उन्होंने कहा कि इन गांवों को मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के माध्यम से मुख्य मार्गों से जोड़ा जाएगा।