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Uttarakhand: गढ़वाल में भारी बारिश से तबाही, देहरादून में स्‍कूल बंद; मद्महेश्वर में फंसे यात्रियों का रेस्‍क्‍यू जारी

Uttarakhand Weather Today मौसम विभाग के पूर्वानुमान को मद्देनजर रखते हुए देहरादून में आज यानी शुक्रवार को 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। वहीं मौसम विभाग ने शुक्रवार को देहरादून और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी से भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है। इसके लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लगातार 12 घंटे हुई मूसलधार वर्षा से मसूरी में अनेक स्थानों पर भूस्खलन हुआ।

By Soban singh Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 26 Jul 2024 01:56 PM (IST)
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Uttarakhand Weather Today: देहरादून और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी से भारी वर्षा होने का अनुमान

जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Today: प्रदेश में मानसून की वर्षा का दौर जारी है। ऐसे में मौसम विभाग ने शुक्रवार को देहरादून और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी से भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है। इसके लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

अल्मोड़ा, चंपावत व ऊधमसिंह नगर में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम गति अथवा गरज के साथ वर्षा हो सकती है। पौड़ी व चमोली में भी कहीं-कहीं एक-दो दौर तेज वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को मद्देनजर रखते हुए देहरादून में आज यानी शुक्रवार को 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।

Uttarakhand Weather Update: 

  • देहरादून और बागेश्वर भारी बारिश की चेतावनी: प्रदेशभर में वर्षा का दौर जारी है। पिछले 12 घंटे में कुमांऊ के बागेश्वर और गढ़वाल मंडल के देहरादून, रुदप्रयाग व चमोली के कई स्थानों पर भारी वर्षा हो रही है। मसरी में पिछले 12 घंटे में मसूरी में 124 मिमी, आशारोड़ी में 82.5 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में इस दौरान 130 मिमी, गोविंदघाट में 101 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। माैसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले आठ से 10 घंटे में देहरादून और बागेश्वर जनपदों के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसे देखते हुए यहां आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चमोली, रुद्रप्रयाग व पिथौरागढ़ में भी कहीं-कहीं एक से दो दौर तेज वर्षा हो सकती है। इन जनपदों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौमस का यह मिजाज रविवार तक इसी प्रकार बने रहने की संभावना है।
  • जौनसार बावर में बीस मोटर मार्ग बंद: जगह-जगह भूस्खलन से एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत बीस मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। बंद मार्गों में लोनिवि चकराता के 8, पीएमजीएसवाई कालसी के पांच, लोनिवि साहिया के छह, राष्ट्रीय राजमार्ग देहरादून खंड का एक राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं। बंद मार्गों के कारण करीब सौ गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गयी है। दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग लखवाड़ बैंड के पास मलबा आने से बंद है। लोनिवि साहिया का बिजऊ कोफटी जोशी गांव दातनू बड़नू मोटर मार्ग पर दो स्थानों पर मलबा आने के कारण यातायात ठप है। शंभू की चौकी पंजिया बनसार मोटर मार्ग दो स्थानों पर दूसरे दिन भी बंद रहा। काहा नेहरा पुनाहा मोटर मार्ग एक स्थान पर मलबा आने से यताायत बाधित है। शहीद सुरेश तोमर गास्की मोटर मार्ग किमी दस पर मलबा आने से बंद है। यह मार्ग भी गुरुवार से बंद पड़ा है। साहिया समाल्टा पानुवा मोटर मार्ग पर यातायात दूसरे दिन शुक्रवार को भी बाधित रहा। फेडोलानी मलेथा मोटर मार्ग दो स्थानों पर बंद है। पीएमजीएसवाई कालसी के गडोल सकरोल मोटर मार्ग व बोसान बैंड मोटर मार्ग किमी एक पर दूसरे दिन भी बंद रहा। दमन दसऊ मोटर मार्ग, मसराड़ मोटर मार्ग, खारसी खाटुवा मोटर मार्गों पर भी यातायात ठप है। लोनिवि चकराता के रावना पुरोड़ी संपर्क मार्ग नौ जुलाई से बंद है। जबकि टुंगरा मोटर मार्ग बीस जून से बंद पड़ा है। दोनों मार्गों पर अभी तक यातायात सुचारू नहीं हो पाया है।
  • मद्महेश्वर धाम में फंसे तीर्थ यात्रियों का रेस्‍क्‍यू जारी: रुद्रप्रयाम में अस्थाई पुल बहने से मद्महेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों फंस गए। द्वितीय केदार मद्महेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है। जिस कारण केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अनुसार मद्महेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गए। मद्महेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से मोरखंडा नदी के जल स्तर में निरन्तर वृद्धि देखने को मिल रही है।
  • हेली से रेस्क्यू : मद्महेश्वर में फंसे यात्रियों को हेली से रेस्क्यू किया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के निर्देशन पर एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस बल सहित जिला प्रशासन की टीमों को मौके पर रवाना किया गया। जिलाधिकारी स्वयं मौके पर पूरे रेस्क्यू की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर- 8958757335, 01364 233727। जिला प्रशासन की ओर से फूड पैकेट्स भी वितरित किए जा रहे हैं। दोपहर साढ़े 12 बजे तक 51 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिसमें उत्तर प्रदेश के 27 लोग, दिल्ली के आठ, दो लोग आंध्र प्रदेश, एक तेलंगाना, एक गुजरात के श्रद्धालु हैं। वहीं 12 स्थानीय एवं उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटन इसमें शामिल हैं।
  • चमोली में बरसाती नाला उफान पर: चमोली जिले में गुरुवार रात हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ है। बुराली (गोपेश्वर ) में नाले के पानी के उफान पर आने से पांच घरों में मलबा आ गया और भवनों को आंशिक क्ष‍ति हुई है। बांसवाड़ा (नंदानगर ) में भारी बारिश से एक गोशाला क्षतिग्रस्त हुई तथा दो भवनों के निचे भूकटाव हुआ है। जनहानि और पशुहानि की सूचना नहीं है। राजस्व की टीम मौके पर जा रही है।
  • चमोली जिले में गुरुवार रात्रि भर बारिश हुई जो शुक्रवार सुबह थमी। यहां बदरीनाथ हाईवे बाजपुर पागलनाला, कंचनगंगा और भनेरपनी में मलबा आने के कारण अवरूद्ध हो गया था। जिसे बाद में खोल दिया गया।
  • पौड़ी में हल्की वर्षा के बाद अभी बादल छाए हैं। वर्षा की संभावना बनी हुई है। घटनाक्रम की कहीं कोई सूचना नहीं है।
  • मसूरी में गुरुवार रात को मूसलधार बारिश हुई। जिस कारण बरसाती नाले उफान पर आ गए।
  • यमुनोत्री हाईवे खुला, गंगोत्री बंद: यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हनुमानचट्टी, बनास और डाबरकोट के पास अवरुद्ध हो गया था, बाद में तीनों स्थानों पर यातायात सुचारू हो गया। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ी से आगे स्थान थिरांग के पास पहाड़ी से मलबा पत्थर आने से मार्ग बाधित हो गया। उक्त मलबे में एक मोटर साइकिल दब गई है। मोटर साइकिल चालक सुरक्षित है। राजस्व विभाग की टीम मौके पर उपस्थित है। बीआरओ द्वारा हेल्गूगाड से जेसीबी भेजी गई है।

अधिकांश स्थानों पर भारी वर्षा

इधर, पर्वतीय क्षेत्रों में बीती रात को अधिकांश स्थानों पर भारी वर्षा हुई। चमोली व उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दिनभर रुक-रुककर मानसून के मेघ बरसते रहे। पहाड़ी से मलबा आने और भूस्खलन होने से कई जगह मुख्य सड़कें व संपर्क मार्ग अवरुद्ध भी हुए। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को देहरादून व बागेश्वर जनपद में भारी से भारी वर्षा हो सकती है।

मसूरी में कई स्थानों पर भूस्खलन, चकराता हाईवे पर सात घंटे बंद

लगातार 12 घंटे हुई मूसलधार वर्षा से मसूरी में अनेक स्थानों पर भूस्खलन हुआ। जिसका आम जनजीवन पर असर पड़ा है। मालरोड पर पद्मिनी निवास के समीप पहाड़ी से भारी बोल्डर बिजली का फीडर तोड़ते हुए मालरोड पर आ गया, जिससे मालरोड के कई भागों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।

इसी के पास मालरोड के नीचे स्टेला काटेज जाने वाले संपर्क मार्ग का पुस्ता ढहने से स्थानीय लोगों को लंबी दूरी तय कर अपने घरों को जाना पड़ रहा है। हैप्पीवैली में भी बिजली के तारों पर पेड़ गिर गया, जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।

उधर, रातभर हुई वर्षा से मसूरी-चकराता हाईवे पर कैंपटी से चार किमी आगे सैंजी ढंगार में चट्टान टूटकर सड़क पर आ गिरी। भटोली गांव से तीन किमी आगे जीवन आश्रम के पास पहाड़ी से बोल्डर एवं मलबा सड़क पर आने पर तथा डिम्टा बैंड के पास भी मलबा सड़क पर आने से यातायात सात घंटे बाधित रहा। दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर मसूरी बैंड के पास बने पुल पर मलबा आने से यातायात बंद हो गया था।

एसएचओ थाना कैंपटी विनोद शर्मा ने बताया कि जेसीबी को मलबा हटाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। सड़क बंद होने से समीपवर्ती गांवों से मसूरी को होने वाली दूध एवं सब्जियों की आपूर्ति दोपहर तक हो सकी। लगातार हो रही वर्षा से कैंपटी फाल भी उफान पर है। पानी के साथ मिट्टी व पत्थर आ रहे हैं। पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।