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Uttarakhand Weather: आज बागेश्वर में भारी बारिश के आसार, देहरादून में पड़ी तेज बौछार; बदरीनाथ हाईवे पर बाल-बाल बची कार

Uttarakhand Weather बागेश्वर में आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आज भी प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। दून में मंगलवार को सुबह आंशिक बादलाें के बीच कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई। हालांकि कुछ ही देर बार आसमान साफ होने लगा और धूप खिल गई।

By Vijay joshi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 07 Aug 2024 01:54 PM (IST)
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Uttarakhand Weather: दून में झमाझम बारिश ने उमस से दी राहत
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather: प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश का क्रम थमा हुआ है। हालांकि, देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में तीव्र बौछारों के दौर जारी हैं।

हल्‍द्वानी में मंगलवार देर रात से बारिश जारी है। जिससे उमस से राहत मिली और मौसम सुहावना हो गया है। वहीं बदरीनाथ हाईवे पर कमेडा में पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आने से कार बाल-बाल बची।

देहरादून में भारी बारिश

सुबह से बदल घिरे रहने के बाद देहरादून में भारी बारिश का क्रम शुरू हो गया है। शहर के ज्यादातर हिस्सों में करीब आधे घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं और शहर के चौक चौराहों पर जलभराव हो गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज चमोली, ऊधम सिंह नगर एवं बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल, चम्पावत व उत्तरकाशी जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट है। कुमाऊं क्षेत्र एवं चमोली जनपद में अत्यंत तीव्र दौर भी हो सकते हैं।

कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई

दून में मंगलवार को सुबह आंशिक बादलाें के बीच कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई। हालांकि, कुछ ही देर बार आसमान साफ होने लगा और धूप खिल गई। दिनभर धूप और बादलों की आंख-मिचौनी चलती रही। शाम करीब पांच बजे शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में घने बादल छा गए और तेज हवा के साथ बौछारों का दौर शुरू हुआ।

करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश होती रही। जिससे पारे में गिरावट दर्ज की गई और मौसम सुहावना हो गया। मौसम विभाग के अनुसार दून में आज भी भारी बारिश के एक-दो दौर हो सकते हैं। आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

खतरे के निशान पर पहुंची टोंस, भूस्खलन से 13 मार्ग बाधित

विकासनगर। पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा के चलते टोंस नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है, वहीं जौनसार-बावर व पछवादून में भूस्खलन से 21 मोटर मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। मलबा आने से लोनिवि साहिया के तीन, पीएमजीएसवाई कालसी के दो, लोनिवि चकराता के एक राज्य मार्ग समेत पांच, लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के तीन मोटर मार्ग बंद हैं।

जौनसार के ग्रामीणों ने विभागों से भूस्खलन का स्थाई हल निकालने की मांग की है, ताकि दिक्कतों का सामना न करना पड़े। वर्षा के कारण नदियों में सिल्ट की मात्रा भी बढ़ गई है। डाकपत्थर बैराज में यमुना का जलस्तर 454.15 मीटर स्तर पर पहुंचा। यहां पर यमुना का चेतावनी और खतरे का स्तर 455.37 मीटर है। जबकि इच्छाड़ी डैम में टोंस नदी का स्तर 644.75 मीटर पर पहुंच गया।

चेतावनी स्तर पार करने के कारण बांध का पानी धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है। जबकि टोंस का चेतावनी स्तर 643.60 मीटर व खतरे का स्तर 644.75 मीटर पर है। उधर, बंद मार्गों के कारण करीब 40 गांव, खेड़ों मजरों में रहने वाले ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।

मार्गों के बाद होने से किसानों की उपज मंडी नहीं पहुंच पाई। नौकरीपेशा को अपने दफ्तरों में जाने में दिक्कतें हुईं, बीमार को अस्पताल ले जाने को मशक्कत करनी पड़ी। लोनिवि चकराता का दारागाड कथियान राज्य मार्ग खदरा के पास मलबा आने से तीन स्थानों पर बंद है। जबकि लोनिवि चकराता ने चकराता लाखामंडल राज्य मार्ग, त्यूणी पुरोला नौगांव राज्य मार्ग, लोनिवि साहिया ने हरिपुर इच्छाड़ी क्वानू मीनस राज्य मार्ग पर यातायात सुचारू करा दिया है।

लोनिवि साहिया का 27 जुलाई से बंद डयूडीलानी ठलीन सकरोल मोटर मार्ग, ठलीन बडैथ पिनगिरी मोटर मार्गों पर भी यातायात कई दिन से ठप है। लेल्टा पाटा मंडोली मोटर मार्ग किमी छह पर मलबा आने से बंद हो गया है। लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के लांघा मटोगी मदरसू मोटर मार्ग, लांघा तौली, बाड़वाला जुड्डो मोटर मार्ग पर भी मलबा आने से यातायात ठप पड़ा है।

पीएमजीएसवाई कालसी के जगथान, बोसान बैंड मोटर मार्ग भी बंद है। लोनिवि चकराता का नौ जुलाई से बंद रावना पुरोड़ी संपर्क मार्ग, 26 जून से बंद टुंगरा मोटर मार्ग पर भी यातायात सुचारू नहीं हो पाया है। तीन अगस्त से बंद लोखंडी पिपरा मीनस मार्ग, लागापोखरी से मुधार छिंदा छानी मार्ग भी नहीं खुल पाया है।

वहीं, लोनिवि साहिया की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल, पीएमजीएसवाई कालसी के रोहित श्रीवास्तव ने मलबा हटवाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई हैं।

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  • शहर, अधिकतम, न्यूनतम
  • देहरादून, 33.1, 24.4
  • ऊधमसिंह नगर, 33.0, 25.5
  • मुक्तेश्वर, 22.4, 15.4
  • नई टिहरी, 25.0, 18.5

उफान पर आया निहाल नाला, वैकल्पिक मार्ग बहा

कालाढूंगी । मंगलवार को दिन में पार्वती क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के चलते निहाल नाला उफान पर आ गया। हल्द्वानी-कालाढूंगी-देहरादून स्टेट हाईवे पर चकलुवा के पास नाले पर बना वैकल्पिक मार्ग बह गया। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग गया।

जेसीबी चालक जान जोखिम में डालकर बिना सुरक्षा तेज बहाव में नाले को पार करने लगा। लेकिन लोनिवि के जेई गणेश सिंह रौतेला ने चालक और यात्रियों को पार कराने से रोका। वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि इसके बाद लोनिवि ने मार्गो को ठीक किया।

बताते चलें कि कुछ दिन पहले भारी बारिश के चलते निहाल नाले के बहाव में चकलुवा के पास पुलिया बह गई थी। क्षतिग्रस्त पुलिया की जगह अब वैली ब्रिज का निर्माण हो रहा है। इस वजह से रामनगर-बाजपुर-कालाढूंगी-कोटाबाग से आने वाले वाहनों को पुलिया के साइड से निकाला जा रहा है।

वहीं हल्द्वानी की ओर से आने वाले वाहनों को विदरामपुर-रामपुर चकलुवा गांव के अंदर से निकाला जा रहा है। मगर पैंसेजर बसों का संचालन न होने से छात्र, ग्रामीण व नौकरी वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोनिवि के वी जय गणेश रौतेला ने बताया वैली ब्रिज का कार्य प्रगति पर है। मौसम ने साथ दिया तो जल्द ही तैयार हो जाएगा।

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