Uttarakhand Weather: उत्तराखंड के इन जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, घर से निकलने से पहले देखें वेदर रिपोर्ट
Uttarakhand Weather Today उत्तराखंड मानसून ने फिर से दस्तक दे दी है। बीते तीन-चार दिन से प्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया है। मौसम विभाग केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आज देहरादून रुद्रप्रयाग समेत छह जिले में मौसम को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं। घर से निकलने से पहले देख लें अपने शहर का मौसम-
जागरण ऑनलाइन डेस्क, देहरादून: Uttarakhand Weather Today: उत्तराखंड मानसून ने फिर से दस्तक दे दी है। बीते तीन-चार दिन से प्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया है। बारिश के चलते ज्यादातर स्थानों पर जलभराव की समस्या होने लगी है जिससे आमजन परेशान हैं। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में आज भी बारिश का क्रम बना रहेगा। अधिकांश क्षेत्रों में तेज वर्षा की संभावना है। भारी वर्षा को लेकर आज भी राज्य के छह जनपदों में चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ जिले में मौसम को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं।
उत्तराखंड के इन जिलों में आज और कल का तापमान
शहर - अधिकतम - न्यूनतम
देहरादून (17 सितंबर) - 28.0 - 23.0
(18 सितंबर) - 27.0 - 23.0
हरिद्वार (17 सितंबर) - 30.0 - 25.0
(18 सितंबर) - 29.0 - 24.0
कोटद्वार (17 सितंबर) - 30.0 - 26.0
(18 सितंबर) - 29.0 - 24.0 (डिग्री सेल्सियस में)
कोटद्वार में छह संपर्क मार्ग बंद
कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में बादलों के बीच हल्की धूप खिल रही है। पिछले दो दिन में मौसम के बिगड़े मिजाज के कारण क्षेत्र में 6 संपर्क मार्ग बंद हैं। लोक निर्माण विभाग व पीएमजीएसवाई विभाग की ओर से बंद मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है।
अतिवृष्टि के चलते पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण
कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में बीते अगस्त माह में हुई अतिवृष्टि का दंश आज भी ग्रामीण क्षेत्र की जनता झेल रही है। बीते माह अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई पेयजल योजनाओं में से कई योजनाएं आज भी सुचारु नहीं हो पाई है। यमकेश्वर विकासखंड की पटना व तछला जयहरीखाल विकासखंड की बंसी और दुगड्डा विकासखंड की सिमलना तल्ला व मंजयाडी पेयजल योजना से जुड़े गांव के ग्रामीण आज भी पानी को तरस रहे हैं।