उत्तराखंड के आइटीआइ होंगे अपग्रेड, इसके लिए कवायद हुई शुरू
उत्तराखंड के आइटीआइ को अपग्रेड करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। इसमें संस्थानों में चल रहे ट्रेड व उनमें आवश्यक सुधार की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 20 Apr 2019 04:25 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) को अपग्रेड करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। इसमें संस्थानों में चल रहे ट्रेड व उनमें आवश्यक सुधार की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। साथ ही कम सुविधाओं व कम छात्र संख्या वाले आइटीआइ भी चिह्नित किए जाएंगे। प्रयास है कि आइटीआइ को प्रभावी बनाया जा सके, इसके लिए प्रशिक्षण निदेशालय की ओर से सभी जिलों के आइटीआइ की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही सभी जिलों में आइटीआइ का स्थलीय निरीक्षण शुरू हो जाएगा।
निदेशालय प्रशिक्षण की ओर से इस संबंध में निदेशक सेवायोजन को पत्र भेजा गया है। इसमें जिलों में आइटीआइ की स्थिति की जांच के लिए सेवायोजन विभाग के अधिकारियों से भी सहयोग मांगा गया है। इस संबंध में निदेशक सेवायोजन ने गढ़वाल व कुमाऊं के क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारियों को पत्र भेजा है और जिलों में आइटीआइ की स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने को जांच अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं।अब क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी (गढ़वाल) जिलों में जांच अधिकारी नियुक्त करेंगे। इसके तुरंत बाद अधिकारी आवंटित आइटीआइ का स्थलीय निरीक्षण शुरू करेंगे और सीधे रिपोर्ट निदेशक प्रशिक्षण को भेजेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व सेवायोजन एवं कौशल विकास मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कई बार आइटीआइ की शिक्षा पद्धति में सुधार की बात कर चुके हैं। वे क्वांटिटेटिव के बजाय क्लाटिटेटिव एजुकेशन पर भी जोर देते रहे हैं।
यह है आइटीआइ की स्थिति
- अल्मोड़ा---------18
- बागेश्वर---------5
- नैनीताल--------12
- ऊधमसिंहनगर-10
- चंपावत---------8
- पिथौरागढ़---------15
- देहरादून---------9
- पौड़ी---------18
- हरिद्वार-------9
- रुद्रप्रयाग------5
- चमोली-------14
- टिहरी---------19
- उत्तरकाशी-----9
जीएस नगन्याल (निदेशक सेवायोजन एवं कौशल विकास) का कहना है कि निदेशक प्रशिक्षण की ओर से आइटीआइ का भौतिक निरीक्षण कराने को पत्र भेजा गया है। इस संबंध में क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द विभागीय अधिकारी आइटीआइ का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। निरीक्षण में आइटीआइ में ट्रेड एवं सुधार की संभावनाएं, संस्थानों की प्रगति समेत अन्य स्थितियों की समीक्षा की जाएगी।यह भी पढ़ें: नीट परीक्षा में जरा सी गड़बड़ी लगा सकती है आपके करियर पर ब्रेक, जानिए कैसे
यह भी पढ़ें: आयुर्वेद विवि से संबंध निजी कॉलेजों को नहीं नियमों की परवाह, पढ़िए पूरी खबरयह भी पढेें: यहां उपनल कर्मी को सौंप दी पीएचडी समन्वयक की जिम्मेदारी, जानिए
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।