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Uttarkashi Tunnel Collapse: निर्माण शुरू होने पर टूटेगा सिलक्यारा का सन्नाटा, आखिर कब पूरा होगा यह प्रोजेक्ट?

Uttarkashi Tunnel Collapse सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन की घटना को आज एक माह पूरा हो गया। तब सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने को विभिन्न एजेंसियां 17 दिन तक दिन-रात एक किए रहीं। सुरंग में खुली कैविटी का उपचार कब से शुरू होगा इसमें कितना समय लगेगा कौन-सी एजेंसी उपचार करेगी और कैविटी उपचार के लिए बजट का प्रविधान क्या होगा।

By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Tue, 12 Dec 2023 06:30 AM (IST)
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उनकी संस्तुति के आधार पर ही कैविटी का ट्रीटमेंट होगा।
शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन की घटना को आज एक माह पूरा हो गया। तब सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने को विभिन्न एजेंसियां 17 दिन तक दिन-रात एक किए रहीं। लेकिन, श्रमिकों के सुरंग से सुरक्षित बाहर आने के बाद से सिलक्यारा में सब-कुछ शांत है। बिल्कुल 12 नवंबर वाली स्थिति है सिलक्यारा सुरंग निर्माण की प्रगति की।

सुरंग निर्माण का कार्य सिलक्यारा और बड़कोट, दोनों ओर से बंद पड़ा है। सिलक्यारा की ओर से सुरंग के पास पुलिस का पहरा है, लेकिन सन्नाटा तो तभी टूटेगा, जब चारधाम परियोजना की इस सुरंग पर दोबारा कार्य शुरू होगा। हालांकि, सुरंग में खुली कैविटी का उपचार कब से शुरू होगा, इसमें कितना समय लगेगा, कौन-सी एजेंसी उपचार करेगी और कैविटी उपचार के लिए बजट का प्रविधान क्या होगा, इन सवालों के जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं हैं।

एनएचआइडीसीएल के परियोजना प्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल कहते हैं कि पहले विशेषज्ञों की टीम आएगी, जो सुरंग में खुली कैविटी व भूस्खलन की स्थिति का जायजा लेगी। उनकी संस्तुति के आधार पर ही कैविटी का ट्रीटमेंट होगा। लेकिन, यह सब कब होगा, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।

48 मीटर की खोदाई होना बाकी

चारधाम आलवेदर रोड परियोजना की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में दीपवाली की सुबह साढ़े पांच बजे कैविटी खुलने के कारण भारी भूस्खलन हुआ। इससे सिलक्यारा की ओर से सुरंग का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया और 41 श्रमिक सुरंग के अंदर कैद हो गए। तब से लेकर अब तक सुरंग का निर्माण कार्य बड़कोट और सिलक्यारा, दोनों ओर से पूरी तरह बंद है। बड़कोट की ओर से भी सुरंग निर्माण के अभी तक कोई आदेश नहीं मिले हैं। 4.531 किमी लंबी इस सुरंग में लगभग 480 मीटर की खोदाई होना शेष है।

मंत्रालय से की बजट की मांग

नवंबर में 17 दिन तक लगातार चले बचाव अभियान के बाद अब बड़ा सवाल यही है कि सुरंग का निर्माण फिर कब से शुरू होगा। निर्माण में बाधा बनी कैविटी का उपचार कैसे और कौन करेगा। सिलक्यारा सुरंग का निर्माण करने वाली नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के परियोजना प्रबंधक राजेश पंवार ने बताया कि सुरंग का निर्माण शुरू होने से पहले कैविटी का उपचार किया जाना है। इसके लिए कैविटी उपचार में खास योग्यता रखने वाली निर्माण एजेंसी का तय मानकों के आधार पर चयन होगा। साथ ही कैविटी के उपचार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से बजट की मांग होनी है।

काम बंद होने से घर लौटे अधिकांश श्रमिक

एक माह पहले तक सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग में करीब 800 श्रमिक काम करते थे। लेकिन, हादसे के बाद से सिलक्यारा और बड़कोट, दोनों ओर से सुरंग का निर्माण कार्य बंद है। अधिकांश श्रमिक अपने घर निकल गए हैं, जबकि कुछ बड़कोट व सिलक्यारा में ही रुके हुए हैं। इन श्रमिकों को उम्मीद है कि जल्द सुरंग का काम शुरू होगा और वह अपने परिवार को पोषण को पैसे भेज सकेंगे। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के परियोजना प्रबंधक राजेश पंवार ने बताया कि सिलक्यारा की ओर से कैविटी का उपचार होने के बाद ही सुरंग का काम शुरू होगा। जो श्रमिक घर जाना चाहते हैं, उन्हें अनुमति दे दी गई है और जो श्रमिक सिलक्यारा में रह रहे हैं, उनके लिए कंपनी ने खाने की व्यवस्था की है।

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