Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग के भीतर से भी हो सकता है श्रमिकों के बाहर निकलने का प्रयास, इस आखिरी विकल्प पर हो रहा काम
सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न विकल्पों पर काम चल रहा है। ये सभी विकल्प वे हैं जो विशेषज्ञ एजेंसियां श्रमिकों को बाहर से निकालने के लिए अपना रही हैं। इसके साथ ही एक अन्य विकल्प भी बैकअप के तौर पर रखा गया है जिसमें सुरंग के भीतर फंसे श्रमिक ही भीतर से स्वयं के बचाव के लिए रास्ता बनाएंगे।
By Jagran NewsEdited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 27 Nov 2023 05:15 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की यदि कोई योजना परवान नहीं चढ़ी तो फिर सुरंग के भीतर से ही श्रमिकों द्वारा अंतिम विकल्प के तौर पर बाहर निकलने के लिए प्रयास शुरू किए जा सकते हैं। यद्यपि यह अंतिम विकल्प रखा गया है। सुरंग के भीतर सर्वेयर समेत तीन से चार विशेषज्ञ हैं, जो इस कार्य को अंजाम देने में सक्षम हैं।
बैकअप के तौर पर अन्य विकल्प
इस विषय में उनकी बचाव कार्यों में लगे विशेषज्ञों से बातचीत भी हो चुकी है। सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न विकल्पों पर काम चल रहा है। ये सभी विकल्प वे हैं, जो विशेषज्ञ एजेंसियां श्रमिकों को बाहर से निकालने के लिए अपना रही हैं। इसके साथ ही एक अन्य विकल्प भी बैकअप के तौर पर रखा गया है, जिसमें सुरंग के भीतर फंसे श्रमिक ही भीतर से स्वयं के बचाव के लिए रास्ता बनाएंगे।
सुरंग में फंसे श्रमिकों में शामिल हैं कई विशेषज्ञ
सुरंग के भीतर जेसीबी समेत अन्य आवश्यक उपकरण हैं, जिनसे सुरंग बनाने का कार्य होता है। इनसे बाहर निकलने के लिए रास्ता बनाया जा सकता है। इस संबंध में विशेषज्ञों ने भीतर फंसे हुए श्रमिकों से कई बार विभिन्न सुझावों को लेकर चर्चा भी की है। बचाव राहत कार्यों में लगे नोडल अधिकारी व सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि सुरंग में फंसे श्रमिकों में कई विशेषज्ञ भी हैं, जिन्हें मशीन चलाने से लेकर सुरंगों की खुदान के विषय में अच्छी जानकारी हैं। वे इस कार्य को कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि भीतर फंसे श्रमिकों ने उनसे कहा है कि वे बाहर से ही बचाव कार्यों को चलाते रहें। उन्हें बचाव एजेंसियों पर विश्वास है। यदि फिर भी प्रयास सफल नहीं होते तो फिर अंतिम विकल्प के तौर पर अंदर से बाहर निकलने के प्रयास शुरू किए जाएंगे।यह भी पढ़ेंः Uttarkashi Tunnel Rescue: बीएसएनएल ने सुरंग में दी दूरसंचार की व्यवस्था, कोल इंडिया की टीम भी हुई रेस्क्यू में शामिल