Vanantara Resort Case : केस लड़ने के लिए सरकार करेगी स्पेशल काउंसलर की नियुक्ति
Vanantara Resort Case वनन्तरा रिसॉर्ट प्रकरण में केस लड़ने के लिए सरकार स्पेशल काउंसलर (निजी अधिवक्ता) की नियुक्ति करेगी। चार्जशीट दाखिल होने के बाद स्पेशल काउंसलर की नियुक्ति हो जाएगी। एसआइटी की ओर से साक्ष्यों का अवलोकन किया जा रहा है।
टीम जागरण, देहरादून: Vanantara Resort Case : वनंतरा प्रकरण में सरकार और पुलिस गंभीरता के साथ कदम आगे बढ़ा रहे हैं।
मामले की तह तक जाने के लिए आरोपितों के नार्को और पालीग्राफ टेस्ट की तैयारी के बाद अब न्यायालय में पैरवी के लिए स्पेशल काउंसलर (निजी अधिवक्ता) की नियुक्ति का निर्णय लिया गया है।
इसके लिए पुलिस विभाग ने शासन को पत्र भेजा है। उच्च अधिकारियों की मानें तो चार्जशीट दाखिल होने के बाद स्पेशल काउंसलर की नियुक्ति हो जाएगी।
सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने को लेकर भी प्रक्रिया गतिमान
दूसरी तरफ, प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने को लेकर भी प्रक्रिया गतिमान है। पुलिस ने इसके लिए शासन से आग्रह किया था। जिस पर शासन की तरफ से नैनीताल उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है। बताया जा रहा है कि चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद उच्च न्यायालय में इस संबंध में सुनवाई होनी है।
अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन ने बताया कि न्यायालय में पैरवी के लिए शासन से स्पेशल काउंसलर की नियुक्ति की अनुमति मांगी गई है।
इसके लिए कुछ वरिष्ठ अधिवक्ताओं के नाम पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही किसी एक नाम पर मुहर लग जाएगी। जैसे ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होगी, स्पेशल काउंसलर की नियुक्त भी हो जाएगी।
चार्जशीट के लिए किया जा रहा साक्ष्यों की रिपोर्ट का अवलोकन
अपर पुलिस महानिदेशक मुरुगेशन ने बताया कि इस प्रकरण में कुछ डिजिटल और बायलोजिकल साक्ष्य जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब देहरादून व चंडीगढ़ भेजे गए थे। इनमें मोबाइल, सीडी, डीवीआर आदि शामिल थे। सभी साक्ष्यों की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है।
चार्जशीट तैयार करने के लिए एसआइटी इन रिपोर्ट का अवलोकन कर रही है। अगर नार्को और पालीग्राफ टेस्ट होता है तो उसकी रिपोर्ट का जिक्र सप्लीमेंटरी चार्जशीट में किया जाएगा।
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सुनील हत्याकांड में पांच संदिग्धों का हुआ पालीग्राफ टेस्ट
सुनील हत्याकांड में संदिग्धों का पालीग्राफ टेस्ट शुरू हो गया है। दिल्ली से पहुंची विशेषज्ञों की टीम ने मंगलवार को पांच संदिग्धों का पालीग्राफ टेस्ट किया। शेष सात संदिग्धों का टेस्ट बुधवार और गुरुवार को होगा।
इसी वर्ष 23 फरवरी को कालसी के जखनोग लखवाड़ निवासी सुनील की मसूरी में हत्या कर दी गई थी। सुनील का शव हाथीपांव के पास जंगल में मिला था।
मसूरी पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ की, मगर कुछ हाथ नहीं आया। पांच माह की जांच के बाद पुलिस मुख्यालय ने प्रकरण एसटीएफ को सौंप दिया। हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एसटीएफ ने कोर्ट से कुछ संदिग्धों के पालीग्राफ टेस्ट की अनुमति मांगी थी। कोर्ट से 12 संदिग्धों के टेस्ट की अनुमति मिली। जिन संदिग्धों का टेस्ट हो रहा है, उनमें अधिकतर मृतक के नजदीकी हैं।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर अब्दुल कलाम ने बताया कि सोमवार शाम दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम आ गई थी। टीम ने हत्याकांड की जानकारी प्राप्त करने के बाद सवालों की सूची तैयार की और सुबह 11 बजे टेस्ट शुरू किया, जो रात आठ बजे तक चला। सभी संदिग्धों से अलग-अलग पूछताछ की गई। आज बुधवार को सुबह 10 बजे से टेस्ट की प्रक्रिया फिर शुरू होगी।