Vegetable Prices Hike: उत्तराखंड में सब्जियों की कीमतों ने उड़ाए होश, टमाटर हुआ लाल तो बढ़े हरी मिर्च के भाव
Vegetable Prices Hike उत्तराखंड में सब्जियों की कीमतों ने आसमान छू लिया है। टमाटर के दाम बढ़ने के साथ ही मिर्च का तीखापन भी बढ़ गया है। हरी सब्जियों के दाम में जबरदस्त उछाल आया है। फलों और सब्जियों के फुटकर दामों ने गृहिणियों का रसोई बजट बिगाड़ दिया है। कुछ सब्जियों के दाम तो फलों से भी महंगे हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, विकासनगर। Vegetable Prices Hike: पछवादून में नवरात्र से पहले ही फलों और सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। हरी सब्जियों के दाम में तो जबरदस्त उछाल आया है। फलों व सब्जियों के फुटकर दाम ने गृहिणियों का रसोई का बजट बिगाड़ दिया है।
कुछ सब्जियों के दाम तो फलों से भी महंगे हो गए हैं। वहीं, मंडी में थोक में तो सब्जियां सस्ती हैं, लेकिन बाजार में आते ही फुटकर में ये महंगी बिक रही हैं। मनमर्जी के दाम पर प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए।
एक हफ्ते में सब्जियों के दाम में 10 से 30 रुपये तक प्रति किलो की बढ़ोतरी
आजकल हालत यह है कि सब्जी व फल खरीदने के लिए जाने पर हर दिन दाम बढ़े हुए मिलते हैं। प्रशासन को बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के प्रयास करने चाहिए, जिससे आम व्यक्ति की पहुंच में फल व सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ आ सके।
गृहिणी आशा थापा, ऊषा शाह, दीक्षा, भोला देवी, रश्मि, सीमा, अलका, बबीता गुप्ता, पूनम, बबीता शर्मा आदि का कहना है कि महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। फलों व सब्जियों के दाम इस कदर बढ़ रहे हैं कि खरीदना मुश्किल हो रहा है। रसोई का बजट लगातार बिगड़ रहा है। अन्य खर्चों में कटौती के बाद भी रसोई के बिगड़े बजट को पटरी पर नहीं ला पा रहे हैं।
एक हफ्ते में सब्जियों के दाम में 10 से 30 रुपये तक प्रति किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है। लगतार बढ़ती सब्जियों की कीमतों से ज्यादा परेशानी हो रही है। वहीं, फल व सब्जी विक्रेता ललन गुप्ता, सूरज आदि का कहना है कि मंडी से ही दाम बढ़कर आ रहे हैं।
ओलावृष्टि व वर्षा अधिक होने का असर
वहीं, कृषि उत्पादन मंडी समिति चकराता साहिया के तत्कालीन मंडी चेयरमैन जगमोहन सिंह चौहान ने कहा कि बागवानी में फ्लोरिंग के समय ओलावृष्टि व वर्षा अधिक होने का असर फलों सेब, खुमानी, नाशपाती आदि पर पड़ा, जिसके चलते उत्पादन कम होने से फलों के दाम में इजाफा होना लाजिमी है।
साथ ही फलों की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई। सितंबर में वर्षा कम है और धूप तेज है, जिस कारण मक्का, खीरा, टमाटर, हरा धनिया, हरी मिर्च, शिमला मिर्च का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। फुटकर व मंडी भाव में जमीन आसमान का अंतर है। मनमर्जी के दाम पर जिलाधिकारी सविन बंसल को कार्रवाई करनी चाहिए
वहीं, कृषि उत्पादन मंडी समिति विकासनगर के तत्कालीन मंडी चेयरमैन अनिल जैन का कहना है कि मंडी व फुटकर रेट में ज्यादा अंतर है। कृषि उपज की आमद ठीक है, लेकिन फुटकर दाम ज्यादा होने पर अंकुश लगना चाहिए।
उधर, व्यापार मंडल विकासनगर के अध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि कृषि उपज की आमद ठीक है, जबरदस्ती के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। इस पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। किसी भी सब्जी व फल की दुकान पर रेट लिस्ट नहीं लगी है, जबकि रेट लिस्ट लगाई जानी अनिवार्य है।
फलों के दाम
- फल-दाम (रुपये प्रति किलो)
- पपीता-60
- सेब-100-140
- अनार-220-240
- संतरा-140
- माल्टा-200
- नाशपाती-100-220
- मौसमी-70
- कीवी -50 रुपये प्रति पीस
- केला -60-70 रुपये दर्जन
सब्जियों के दाम (रुपये प्रति किलो)
- लहसुन-400-480
- अदरक-120
- हरी मिर्च-100
- हरा धनिया-240
- प्याज-60
- आलू-30-45
- मूली-40
- टमाटर-70
- बींस-90
- चिचिंडा-50
- परवल-70
- गोभी-120
- पालक-80
- भिंडी-50
- शिमला मिर्च-120