उत्तराखंड में जल्द ही दोगुनी होगी वेंटिलेटर की संख्या, वर्तमान में हैं 120
उत्तराखंड में जल्द ही वेंटिलेटर की संख्या दोगुना होकर 250 तक पहुंच जाएगी। अभी प्रदेश में 120 वेंटिलेटर हैं।
By Edited By: Updated: Sun, 21 Jun 2020 01:44 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में जल्द ही वेंटिलेटर की संख्या दोगुना होकर 250 तक पहुंच जाएगी। अभी प्रदेश में 120 वेंटिलेटर हैं। केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को तकरीबन 150 वेंटिलेटर उपलब्ध कराने को सहमति प्रदान की है। स्वास्थ्य विभाग इन वेंटिलेटरों को सभी जिलों में पहुंचाने की तैयारी कर रहा है।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए सर्विलांस में तेजी लाने और लक्षण पाए जाने वाले तथा क्वारंटाइन व्यक्तियों की गहनता से निगरानी और परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शासन के अधिकारियों और जिलाधिकारियों संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना संक्रमण की रोकथाम की तैयारियों पर चर्चा की।
उन्होंने ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों, पेरोमेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उन्हें बचाव हेतु समय-समय पर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को कोरोना संबंधी आंकड़ों का स्वयं विश्लेषण करने, संक्रमण की रोकथाम हेतु जनता को जागरूक करने, संक्रमण के फैलाव की आशंकाओं को चिह्नित करने, कोरोना संक्रमण के मामलों पर नजर रखने और लक्षण वाले व्यक्तियों का शत प्रतिशत परीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने संपर्कों की खोज को ट्रेकिंग सिस्टम को और अधिक मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संक्रमित व्यक्तियों का गहनता से स्वास्थ्य परीक्षण करने को कहा। इस दौरान उन्होंने शारीरिक दूरी का उल्लंघन और मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने बागेश्वर, पिथौरागढ़ तथा पौड़ी जिलों समेत कोरोना टेस्टिंग में पिछड़े जिलों को इसमें तेजी लाने को भी कहा। बैठक में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी समेत अन्य सभी जिलों के जिलाधिकारी और मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
11 कंटेनमेंट जोन की वापसी, तीन नए बने
शुक्रवार तक देहरादून में कंटेनमेंट जोन की संख्या 22 थी, जबकि शनिवार को यह बढ़कर 36 हो गए। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक पाबंदी से मुक्त किए गए 11 क्षेत्रों को वापस कंटेनमेंट जोन में शामिल कर दिया गया है। बेशक ये इलाके सील नहीं होंगे, मगर सक्रिय सर्विलांस की जगह अब यहां सामान्य निगरानी की जाती रहेगी। इसके अलावा तीन नए कंटेनमेंट जोन भी अस्तित्व में आ गए हैं। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 14 दिन की निगरानी के बाद कंटेनमेंट जोन का दर्जा समाप्त कर दिया जा रहा था।
नई गाइडलाइन के मुताबिक ऐसे क्षेत्रों में 14 दिन सक्रिय निगरानी के बाद 14 दिन सामान्य निगरानी भी की जानी है। लिहाजा, 28 दिन की अवधि के भीतर वाले क्षेत्रों को दोबारा कंटेनमेंट जोन का दर्जा दे दिया गया है। वापस कंटेनमेंट जोन बने क्षेत्र 26 मई से पांच जून के बीच के हैं। वहीं, कोरोना संक्रमण के नए मामले दर्ज होने के बाद दून में गोविंदगढ़ (60/1) और ईदगाह क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया। डोईवाला में तेलीवाला वॉर्ड नंबर-15 के एक भाग को कंटेनमेंट जोन बनाया है। इन क्षेत्रों को सक्रिय जोन की तरह सील कर दिया गया है।
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