Move to Jagran APP

उत्तराखंड: वन विभाग में मुखिया समेत कई अफसरों की कुर्सी हिली, 28 वनाधिकारियों को किया इधर से उधर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में हुए अवैध निर्माण और पेड़ कटान प्रकरण में कड़ा रुख अपनाया है। इस कड़ी में वन विभाग के मुखिया राजीव भरतरी को हटाया गया है।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Fri, 26 Nov 2021 10:37 PM (IST)
Hero Image
उत्तराखंड: विनोद कुमार सिंघल बने वन विभाग के नये मुखिया, 29 वनाधिकारियों के भी हुए तबादले।
राज्‍य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में हुए अवैध निर्माण और पेड़ कटान प्रकरण में कड़ा रुख अपनाया है। इस कड़ी में वन विभाग के मुखिया राजीव भरतरी को हटाया गया है तो मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग से यह जिम्मेदारी वापस ली गई है। कालागढ़ टाइगर रिजर्व के डीएफओ किशन चंद को विभाग प्रमुख के कार्यालय से संबद्ध किया गया है। वरिष्ठ आइएफएस विनोद कुमार सिंघल को विभाग का नया मुखिया बनाया गया है। साथ ही 28 अन्य अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है।

कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में पाखरो में निर्माणाधीन टाइगर सफारी के लिए अनुमति से अधिक पेड़ कटान और पाखरो से कालागढ़ वन विश्राम गृह तक अवैध निर्माण का मामला सुर्खियों में रहा था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की टीम ने स्थलीय निरीक्षण में शिकायतों को सही पाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। यह मामला अदालत में भी विचाराधीन है। मुख्यमंत्री धामी ने इस प्रकरण में सख्त रुख अपनाते हुए प्रारंभिक जांच के आधार पर संबंधित अधिकारियों को पद से हटाने के निर्देश दिए।

अब शासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। विभाग के मुखिया प्रमुख वन संरक्षक (हाफ) को इस जिम्मेदारी से मुक्त कर जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष पद पर तैनाती दी गई है। प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक से वन्यजीव और अपर प्रमुख वन संरक्षक जेएस सुहाग से मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक का प्रभार वापस लिया गया है। कालागढ़ टाइगर रिजर्व के डीएफओ किशन चंद्र को प्रशासनिक आधार पर विभाग प्रमुख कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

अब तक जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष का दायित्व देख रहे विनोद कुमार सिंघल को प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव के साथ ही विभाग प्रमुख (हाफ) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक पारिस्थितिकीय पर्यटन, प्रचार-प्रसार डा पराग मधुकर धकाते को मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वन विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर तैनात निशांत वर्मा को मुख्य वन संरक्षक वन संरक्षण, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन के पद पर तैनाती दी गई है। विभाग प्रमुख कार्यालय से संबद्ध रहे अशोक कुमार गुप्ता को वन संरक्षक शिवालिक बनाया गया है। राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक धर्मेश कुमार सिंह का तबादला वन संरक्षक एवं अपर निदेशक उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण अकादमी हल्द्वानी किया गया है। वन संरक्षक अखिलेश तिवारी को निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व व नंदादेवी बायोस्फीयर का जिम्मा सौंपा गया है। वन संरक्षक दीपचंद्र आर्य का तबादला पश्चिमी वृत्त में किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी का कहना है कि सीटीआर प्रकरण की प्राथमिक जांच में जिनके विरुद्ध भी बातें सामने आईं, उन्हें पद से हटाया गया है। प्रकरण की जांच चल रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

यह भी पढें- Winter Tourism: वन्यजीव विविधता को प्रसिद्ध है उत्तराखंड, अब सैलानियों को लुभाएंगे बर्ड वाचिंग कैंप और स्नो लेपर्ड टूर

 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।