Move to Jagran APP

उत्‍तराखंड में बढ़ेगी मनरेगा की मजदूरी, राज्‍य सरकार ने केंद्र में दी दस्तक

MNREGA महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत मजदूरी की दरें बढ़ाने के लिए उत्तराखंड ने केंद्र सरकार में दस्तक दी है। बता दें कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रोकने के दृष्टिगत मनरेगा ने बड़ा संबल दिया है। भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए यहां राष्ट्रीय औसत के समान मजदूरी बढ़ाने का आग्रह किया गया है।

By kedar dutt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Tue, 27 Aug 2024 03:47 PM (IST)
Hero Image
MNREGA: उत्‍तराखंड सीएम पुष्‍कर सिंह धामी। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून। MNREGA: ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष में सौ दिन का रोजगार उपलब्ध कराने वाले महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत मजदूरी की दरें बढ़ाने के लिए उत्तराखंड ने केंद्र सरकार में दस्तक दी है।

ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी के अनुसार केंद्र को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। इसमें राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए यहां राष्ट्रीय औसत के समान मजदूरी बढ़ाने का आग्रह किया गया है। मनरेगा में मजदूरी का राष्ट्रीय औसत 289 रुपये प्रतिदिन है। राज्य में वर्तमान में मनरेगा में मजदूरी की दर 237 रुपये प्रतिदिन है।

यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather: देहरादून और बागेश्वर में आज भारी बारिश के आसार, IMD ने जारी किया यलो अलर्ट

पलायन रोकने में मनरेगा ने बड़ा संबल दिया

अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रोकने के दृष्टिगत मनरेगा ने बड़ा संबल दिया है। कोरोनाकाल में तो बड़ी संख्या में गांव लौटे प्रवासियों ने भी मनरेगा में रुचि दिखाई थी। राज्य की तस्वीर देखें तो यहां 10.37 लाख परिवारों को मनरेगा के तहत जाबकार्ड जारी किए गए हैं, जिनमें 7.94 लाख सक्रिय जाबकार्ड धारी परिवार हैं।

गत वर्ष मनरेगा में 139.48 लाख मानव दिवस सृजित किए गए थे। इस सबके बीच बढ़ती महंगाई को देखते हुए मनरेगा में मजदूरी बढ़ाने की मांग निरंतर उठ रही थी। उम्मीद थी कि इस वर्ष इसमें बढ़ोतरी होगी। यद्यपि, अप्रैल में वृद्धि हुई, लेकिन नाममात्र की। प्रतिदिन मजदूरी की दर में सात रुपये बढ़ाए गए और यह 237 रुपये तक ही पहुंची।

यह भी पढ़ें- Uttarakhand: राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर से 96 लाख की धोखाधड़ी, जमीन के नाम पर बना दिया घनचक्‍कर

हिमालयी राज्यों की श्रेणी में ही देखें तो उत्तराखंड में मनरेगा की दर काफी कम है। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी के अनुसार मनरेगा में मजदूरी की दर में कमी या वृद्धि का अधिकार केंद्र सरकार में निहित है। इसे देखते हुए मनरेगा में मजदूरी बढ़ाने के निमित्त केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है।

हिमालयी राज्यों में मनरेगा में मजदूरी

  • राज्य, दरें (रुपये प्रतिदिन)
  • मणिपुर, 272
  • मिजोरम, 266
  • सिक्किम, 249 व 374
  • लद्दाख, 259
  • मेघालय, 254
  • असोम, 249
  • हिमाचल, 236 व 259
  • त्रिपुरा, 242
  • उत्तराखंड 237
  • अरुणाचल प्रदेश, 234
  • नगालैंड, 234
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।