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देहरादून में झंडा मेले के संचालन को लेकर प्रशासन की गाइडलाइन का इंतजार

दरबार साहिब में एतिहासिक झंडा मेले के संचालन को लेकर श्री झंडा जी मेला प्रबंधन समिति प्रशासन की गाइडलाइन का इंतजार कर रही है। प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद ही मेला विधिवत शुरू होगा। वहीं अगर कोरोनाकाल के चलते यदि अनुमति नहीं मिली तो इस बार मेला नहीं लगेगा।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 19 Mar 2021 07:44 PM (IST)
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देहरादून में झंडा मेले के संचालन को लेकर प्रशासन की गाइडलाइन का इंतजार। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, देहरादून। दरबार साहिब में एतिहासिक झंडा मेले के संचालन को लेकर श्री झंडा जी मेला प्रबंधन समिति प्रशासन की गाइडलाइन का इंतजार कर रही है। प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद ही मेला विधिवत शुरू होगा। वहीं, अगर कोरोनाकाल के चलते यदि अनुमति नहीं मिली तो इस बार मेला नहीं लगेगा।  

प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा व आस्था के प्रतीक झंडा मेला होली के पांचवें दिन देहरादून स्थित दरबार साहिब में झंडे जी के आरोहण के साथ शुरू हो जाता है। करीब एक माह तक चलने वाले इस मेले में स्थानीय के साथ ही पंजाब, उत्तर प्रदेश के व्यापारी यहां दुकानें सजाते हैं। हालांकि, इस बार कोरोनाकाल की वजह से प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद ही मेला प्रबंधन समिति व्यापारियों को दुकानें लगाने की अनुमति देगी। अनुमति मिली तो इस बार झंडा मेला दो अप्रैल यानी पंचमी के दिन से शुरू हो जाएगा। इसी दिन झंडे जी का आरोहण होगा। श्री झंडा जी मेला प्रबंधन समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने कहा कि शासन व प्रशासन से अभी तक मेले की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। बिना स्वीकृति के मेला नहीं लगाया जा सकता। यदि अनुमति मिलती है तो परिसर में मेला हर वर्ष की भांति लगाया जाएगा। 

शासन-प्रशासन करे संगतों के रेपिड टेस्ट की व्यवस्था 

मेला प्रबंधक समिति ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि वह विभिन्न प्रांतों से आने वाली संगतों के रेपिड टेस्ट कराने की व्यवस्था करे। समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने कहा कि इस बावत शासन को पत्र भेजा गया है।संगत के ठहरने की व्यवस्था पूरी

झंडा मेला शुरू होने से तकरीबन चार से पांच दिन पहले ही संगतें आनी हो जाती हैं। ऐसे में उनके ठहरने व अन्य व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सभी एसजीआरआर स्कूल में संगत के ठहरने की व्यवस्था की गई है। साथ ही धर्मशाला व होटल भी बुक किए जा रहे हैं। संगत को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए प्रबंधन समिति ध्यान रख रही है।

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