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Water Crisis in Uttarakhand: सूख रहे 62 ट्यूबवेलों को वर्षा के पानी से रीचार्ज करेगा जल संस्थान, कैसे की जाती है रेन वाटर हार्वेस्टिंग? आप भी जानिए

Water Crisis in Uttarakhand प्रदेश में सूख रहे 62 ट्यूबवेलों को जल संस्थान रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से रीचार्ज करेगा। देवभूमि में प्रचंड गर्मी के चलते पिछले दिनों वर्षा न होने से भू-जल स्तर कम हो गया है। ऐसे में प्रदेश के अधिकांश ट्यूबवेल भी सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। जल संस्थान पहली बार ट्यूबवेल रीचार्जिंग का काम शुरू करने जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 21 Jun 2024 09:45 AM (IST)
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Water Crisis in Uttarakhand:वर्षा का पानी एकत्रित करने के लिए ट्यूबवेल के नजदीक खोदे जाएंगे गड्ढे
तुहिन शर्मा, जागरण देहरादून। Water Crisis in Uttarakhand: प्रदेश में सूख रहे 62 ट्यूबवेलों को जल संस्थान रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से रीचार्ज करेगा। इसके लिए सभी ट्यूबवेलों के नजदीक एक गड्ढा खोदा जाएगा, जिसमें वर्षा का पानी एकत्रित होगा।

इसमें 50 मीटर गहरा पाइप भूमि के अंदर डाला जाएगा। पाइप के ऊपर फिल्टर बेड लगेगा, जिससे बरसात का पानी छनकर अंदर प्रवेश करेगा। 1.97 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण होगा। जिसके लिए 1.18 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं।

पिछले दिनों वर्षा न होने से कम हो गया भू-जल स्तर

देवभूमि में प्रचंड गर्मी के चलते पिछले दिनों वर्षा न होने से भू-जल स्तर कम हो गया है। ऐसे में प्रदेश के अधिकांश ट्यूबवेल भी सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। हाल यह है कि ट्यूबवेल हंटिंग करने लगे हैं और अक्सर उनकी गहराई अधिक कर पानी खींचा जा रहा है।

अत्यधिक हंटिंग करने वाले 62 ट्यूबवेलों को चिह्नित कर जल संस्थान ने उन्हें रीचार्ज करने की योजना बनाई है। वर्षा से पहले सभी ट्यूबवेलों के समीप गड्ढा खोद दिया जाएगा। जिससे कि आगामी वर्षा में ट्यूबवेलों की रीचार्जिंग शुरू हो जाएगी।

रीचार्जिंग के लिए शाखाओं के इंजीनियरों को मिलेगी ट्रेनिंग

जल संस्थान पहली बार ट्यूबवेल रीचार्जिंग का काम शुरू करने जा रहा है। निर्माण कार्य शुरू होने से पहले सभी जल संस्थान शाखाओं के इंजीनियरों को मुख्यालय से एक सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी।

ताकि रीचार्ज कार्य मानक के अनुसार व्यवस्थित तरीके से हो सके। इसके अलावा सभी ट्यूबवेलों में सफलतापूर्वक रेन वाटर हार्वेस्टिंग शुरू हो जाए। जल संस्थान के महाप्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इंजीनियरों को ट्रेनिंग देंगे।

इन शाखाओं के ट्यूबवेल होंगे रीचार्ज

  • शाखा, ट्यूबवेल संख्या
  • अनुरक्षण खंड (देहरादून) ---- 09
  • उत्तर शाखा (देहरादून) ---- 07
  • दक्षिण शाखा (देहरादून) ---- 08
  • पित्थूवाला (देहरादून) ---- 03
  • रायपुर (देहरादून) ----- 04
  • हरिद्वार ------ 06
  • पौड़ी ------- 01
  • कोटद्वार ------- 05
  • नैनीताल ------ 02
  • हल्द्वानी ------ 06
  • लालकुआं ------ 04
  • रामनगर ------ 04
  • रानीखेत ------ 01
  • ऊधम सिंह नगर ----- 01
  • खटीमा ----- 01

भू-जल स्तर कम होने से ट्यूबवेलों का डिस्चार्ज कम हुआ है। इस कारण ट्यूबवेलों को रीचार्ज करने की योजाना बनाई है। एक सप्ताह की ट्रेनिंग के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

- धर्मेंद्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, जल संस्थान, देहरादून।

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