तीसरी आंख की निगरानी में होंगे जिले से बाहर जाने के रास्ते
पुलिस जिले से बाहर जाने के मुख्य मार्गों के साथ गांवों के बीच से गुजरने वाले उन मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 14 Nov 2019 04:15 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। गैर प्रांतों के अपराधियों के लिए वारदात को अंजाम देकर जिले से बाहर भागना आसान नहीं होगा। पुलिस जिले से बाहर जाने के मुख्य मार्गों के साथ गांवों के बीच से गुजरने वाले उन मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है, जिन पर न तो कोई पुलिस चौकी पड़ती है और न ही कोई पिकेट लगती है। एसएसपी ने एसपी सिटी और एसपी देहात से ऐसे रास्तों का ब्योरा मांगा है।
जून में प्रेमनगर में पेट्रोल पंप मालिक के बेटे को गोली मारकर लूट की वारदात हो या फिर पिछले महीने सर्राफ लूटकांड का मामला। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी आसानी से जिले से बाहर भाग निकले थे। इसके अलावा कई ऐसे मामले हैं, जिनमें अपराधियों ने रेकी कर भागने का रास्ते पर लगे कैमरों और पुलिस की मौजूदगी का पता लगाया। जिसकी वजह से पुलिस बदमाशों तक पहुंची तो मगर उसके लिए उसे नाकों चने चबाने पड़ गए। इसका पता लगाने की कोशिश हुई तो मालूम चला कि दूधली मार्ग जैसे कई ऐसे रास्ते हैं, जिन पर न तो पुलिस की गश्त होती है और न ही वहां कैमरे ही लगे हैं। एसएसपी ने बताया कि शहर में तो अधिकांश जगहों और रास्तों कैमरे लगे हैं, लेकिन शहर और जिले से बाहर के कई रास्ते हैं, जहां कैमरे नहीं हैं। इन रास्तों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
थानों की तय होगी जिम्मेदारी
जिले से बाहर जाने के अनजाने रास्तों की पड़ताल के दौरान यह भी देखा जाएगा कि वह किस थाना क्षेत्र और किन-किन गांवों और कस्बों से होकर गुजरते हैं। उनकी दूसरे जिले की सीमा की दूरी कितनी है। इन सब का पता चलने के बाद संबंधित थानों से पिकेट या गश्त ड्यूटी लगाई जाएगी।यह भी पढ़ें: वाट्सएप पर अंजान नंबरों से आने वाले आडियो व वीडियो कॉल को करें नजरअंदाज
हाईटेक कैमरे होंगे स्थापितजिले से बाहर जाने के रास्तों पर हाईटेक कैमरे लगेंगे। ऐसे कैमरे जो गाडिय़ों के नंबर प्लेट पढ़ सकें और उसमें सवार लोगों की साफ तस्वीर ले सकें। ऐसे कैमरे अभी आशारोड़ी, राजपुर रोड, हरिद्वार रोड समेत कुछ ही स्थानों पर लगे हैं।यह भी पढ़ें: तो अपराधियों के लिए उपजाऊ हो रही उत्तराखंड की जमीं, पढ़िए पूरी खबर
बोले एसएसपीएसएसपी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों से निगरानी बढ़ाए जाने की जरूरत है। इस दिशा में काम चल रहा है। ऐसे स्थान चिन्हित किए जा रहे हैं, जहां अभी कैमरे नहीं लगे हैं। इस पर एसपी सिटी और एसपी देहात से रिपोर्ट मांगी गई है।यह भी पढ़ें: जैमर से नहीं रोक सकते मोबाइल का इस्तेमाल, पढ़िए पूरी खबर
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