कोरोना से जीत जरूर मिलेगी, हिम्मत बनाए रखने की जरूरत
ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला स्टाफ नर्स की लगातार दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे शनिवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sun, 10 May 2020 10:14 AM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला स्टाफ नर्स की लगातार दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे शनिवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
इस दौरान संस्थान के चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ ने नर्सिंग ऑफिसर का तालियां बजाकर एव पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया। एम्स में भर्ती यह दूसरा कोरोना संक्रमित मरीज है, जिसे उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। इससे पूर्व देहरादून निवासी कैंसर ग्रसित मरीज को भी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आने पर आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दी जा चुकी है। एम्स में भर्ती इस स्टाफ नर्स को शनिवार को छुट्टी दे दी गई। उनके स्वागत के लिए सेनिटाइज करा कर फूल और गुब्बारे मंगाए गए थे। एम्स से बाहर आते ही तालियों से उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रो. रविकांत ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, मास्क लगाने व फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने की आवश्यकता है। विदित हो कि जनरल सर्जरी विभाग की इस महिला स्टाफ नर्स यूरोलॉजी आइपीडी में ड्यूटी पर थी, जहां भर्ती हुए एक अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीज से उसे संक्रमण हुआ था।
जिसके बाद स्टाफ नर्स को 28 अप्रैल को कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एम्स के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। इस अवसर पर उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता, डीन (अस्पताल प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्र, प्रो. शैलेंद्र हांडू, डॉ. नम्रता गौड़,डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डॉ.पीके पांडा मौजूद थे।हौसला टूटा नहीं और बढ़ गया है..
कोरोना से जंग जीत चुकी स्टाफ नर्स ने एम्स प्रशासन एवं संपूर्ण स्टाफ का दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कोरोना से जूझ रहे अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को संदेश दिया कि अपना सबल बनाए रखें उनकी जीत जरूर होगी। उन्होंने बताया कि कोरोना ने उनका हौसला तोड़ा नहीं बल्कि और अधिक बढ़ा दिया है। लिहाजा वह जल्द से जल्द ड्यूटी पर आने की उत्सुक हैं।
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एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत के स्टाफ ऑफिसर डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि अस्पताल से डिस्चार्ज की गई महिला नर्सिंग ऑफसर में बीते माह 27 अप्रैल को कोरोना लक्षण पाए गए थे, जिसके बाद उनका टेस्ट किया गया, 28 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें एम्स के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया। उनके स्वास्थ्य में सुधार होने पर पांच मई को उनका सैंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट छह मई को नेगेटिव आई। इसके बाद सात मई को उनका दूसरा सैंपल लिया गया तथा आठ मई को उनकी यह रिपोर्ट भी नेगेटिव आई।
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