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उत्तराखंड में मौसम सामान्य, बदरीनाथ हाईवे छोड़ अन्य तीनों धामों के राजमार्ग रहे सुचारू

मौसम विभाग ने अगले चार दिन हल्की-फुल्की बारिश का अनुमान जताया है। इससे पहले गुरुवार को भी मौसम का मिजाज सामान्य बना रहा।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Thu, 22 Aug 2019 07:53 PM (IST)
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उत्तराखंड में मौसम सामान्य, बदरीनाथ हाईवे छोड़ अन्य तीनों धामों के राजमार्ग रहे सुचारू
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले चार दिन हल्की-फुल्की बारिश का अनुमान जताया है। इससे पहले गुरुवार को भी मौसम का मिजाज सामान्य बना रहा। पर्वतीय जिलों में छिटपुट बारिश का दौर चला, लेकिन दोपहर बाद मौसम साफ हो गया। बदरीनाथ हाईवे को छोड़कर अन्य तीनों धामों के राजमार्ग सुचारु रहे।

प्रदेशभर में इनदिनों बारिश आफत बनकर बरस रही है। गुरुवार सुबह चमोली, रुद्रप्रयाग और देहरादून में बारिश हल्की बारिश हुई, हालांकि दोपहर बाद मौसम सामान्य हो गया। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर पूरे दिन आवाजाही जारी रही। बदरीनाथ मार्ग लामबगड़ में बंद और खुलता रहा। यहां पर पहाड़ी से रुक-रुक कर हो रहे भूस्खलन से दिक्कतें खड़ी हुईं। पहाड़ी से बोल्डर गिरने के कारण यहां रास्ते से मलबा हटाने में भी खतरा बना हुआ है। हालांकि, यहां पर यात्रियों की पुलिस सुरक्षा में पैदल मार्ग से आवाजाही कराई जा रही है। 

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भूधंसाव की जद में आया घर का आंगन 

वहीं अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में लगातार हो रही बारिश अब आफत खड़ी करने लगी है। तहसील के दूरस्थ तकुल्टी गांव में आवासीय भवन भूधंसाव की जद में आ गया है। परिवार डर के कारण इधर-उधर शरण लेने को मजबूर है।

दरअसल, ब्लॉक के सुदूर तकुल्टी निवासी श्याम सिंह के घर का पूरा आंगन आपदा की भेंट चढ़ गया। घटना से मकान भी खतरे की जद में आ गया है। दीवारों में गहरी दरारें पड़ गई हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मोहन सिंह रौतेला के अनुसार आंगन ध्वस्त हो जाने के वक्त श्याम सिंह का परिवार मदद के लिए चीख पुकार मचाने लगा। बड़ी ही मुश्किल से उनको घर से बाहर निकाला गया। पूरा आंगन ढह जाने के कारण मकान से अंदर बाहर जाने को भी जगह नहीं बच पाई है। आंगन के पूरी तरह खिसक जाने से मकान को ज्यादा खतरा हो गया है। मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे श्याम सिंह के सामने आई इस विपदा से गांव के लोग दुखी हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से पीड़ित परिवार को जल्द आर्थिक मदद करने की मांग की है।

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