उत्तराखंड में अब महिला क्रिकेटरों की होगी घर वापसी
क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड ऐसी महिला क्रिकेटरों की सूची बना रहा है जो वर्तमान में दूसरे राज्यों से खेल रही हैं। एसोसिएशन ने इन खिलाड़िों की घर वापसी की कवायद शुरू कर दी है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 10 Jun 2020 01:12 PM (IST)
देहरादून, निशांत चौधरी। पलायन कोई खुशी से नहीं करता। इसके पीछे वजह छुपी होती हैं। कहीं भविष्य की चिंता तो कहीं कमाई का जरिया। इसी लिए प्रदेश की प्रतिभाशाली महिला क्रिकेटरों ने दूसरे राज्य की ओर रुख किया। अब राज्य को बोर्ड से मान्यता मिल चुकी है तो कई क्रिकेटर वापसी की इच्छुक हैं।
क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड ऐसी महिला क्रिकेटरों की सूची बना रहा है, जो वर्तमान में दूसरे राज्यों से खेल रही हैं। एसोसिएशन ने इन खिलाड़िों की घर वापसी की कवायद शुरू कर दी है। कुछ महिला क्रिकेटर वापसी को तैयार हैं, लेकिन अगर वे राज्य उन्हें एनओसी नहीं दे रहे हैं तो सीएयू उन राज्यों से बात करने को भी तैयार है। इसके लिए उत्तरप्रदेश से बातचीत भी हो गई है। जल्द कुछ अनुभवी खिलाड़ी राज्य से खेलती नजर आएंगी। प्रदेश की प्रतिभाओं की घर वापसी को लेकर सीएयू की इस सार्थक पहल का स्वागत होना चाहिए।
महिला क्रिकेटरों की प्रतिभा तराशेगी डब्ल्यूसीसी
प्रदेश की महिला क्रिकेटरों को तराशने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड वूमेंस क्रिकेट कमेटी (डब्ल्यूसीसी) योजना बना रही है। यह कमेटी महिला खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिलाने के लिए उच्च स्तर के कैंप व प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कराएगी। सीएयू ने कमेटी बनाने की कवायद तेज कर दी है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मानें तो जुलाई तक तीन सदस्यीय कमेटी गठित हो जाएगी। तीनों सदस्य बीसीसीआइ के फस्र्ट प्रथम श्रेणी क्रिकेटर अनुभवी होंगे। इन सदस्यों में अनुभव में जो सबसे अधिक होगा, उसे कमेटी का चेयरमैन बनाया जाएगा। कमेटी के सदस्य क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की अपैक्स बॉडी की मीटिंग में शामिल होकर महिला क्रिकेट के लिए बनाए गए एजेंडा को रखेंगी। जिस पर चर्चा कर उसे धरातल पर उतरा जाएगा। इसके अलावा महिला क्रिकेटरों की शिकायतों व सुझावों को एसोसिएशन के समक्ष रखने का काम करेगी। जिससे समस्याओं को जल्द निदान संभव होगा।
ट्रायल से ही चुनी जाएगी टीमक्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की सभी वर्गों की टीमें चयन ट्रायल के माध्यम से ही चुनी जाएंगी। एसोसिएशन ने कोरोना महामारी के कारण यह निर्णय लिया जा रहा है। एसोसिएशन के गठन के समय निर्णय लिया गया था कि अगले सत्र से सभी आयु वर्ग की टीमें अंतर जनपदीय क्रिकेट टूर्नामेंट के माध्यम से चुनी जाएंगी।
इन टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें विभिन्न वर्गों की टीमों में शामिल किया जाएगा। लेकिन कोरोना महामारी के कारण अभी अंतरजनपदीय टूर्नामेंट का आयोजन संभव नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सीएयू ने निर्णय लिया है कि इस सत्र में सभी वर्गों की टीमों का चयन ट्रायल के माध्यम से ही किया जाएगा। हालांकि ट्रायल के बाद उच्च स्तरीय प्रशिक्षकों की मौजूदगी में सभी टीमों के लिए कैंप आयोजित किए जाएंगे। उनको उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे टीमें बीसीसीआई के घरेलू सत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
गोल्डकप को लेकर अभी उम्मीद बरकरारउत्तराखंड के प्रतिष्ठित क्रिकेट टूर्नामेंट ऑल इंडिया गोल्ड कप के आयोजन की उम्मीद अभी बरकरार है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड का कहना है, गोल्ड कप उत्तराखंड की पहचान है, परिस्थितियां सामान्य होने पर इस वर्ष गोल्ड कप का आयोजन अवश्य कराया जाएगा। इसके लिए आयोजन कमेटी तैयार की जा रही है। कमेटी में एसोसिएशन के पूर्व सदस्य शामिल किए जाएंगे, जिन्हें टूर्नामेंट को कराने का अनुभव है।
यह भी पढ़ें: ऑल इंडिया गोल्ड कप के आयोजन को उम्मीद बरकरारइसके बाद इस टूर्नामेंट को लेकर तैयारी की जाएगी। खास बात यह है कि गोल्ड कप के लिए कई टीमों ने विभिन्न माध्यमों से संपर्क भी किया है। इससे पता चलता है कि इस टूर्नामेंट में प्रतिभाग करने के लिए विभिन्न राज्यों व क्लब की टीम कितनी इच्छुक हैं। इस टूर्नामेंट में महेंद्र सिंह धोनी, अजय शर्मा, प्रवीण कुमार, पीयूष चावला, ऋषि धवन सहित कई जाने-माने क्रिकेटर शामिल हो चुके हैं। यह टूर्मामेंट स्थानीय क्रिकेटरों को आगे बढऩे की प्रेरणा देता है।
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