DAV कालेज में मनाया गया World Autism Awareness Day, पीड़ित व्यक्ति के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की कही गई बात; जानें Symptoms
डीएवी कालेज के प्रवक्ता डा. विकास दुबे ने कहा कि इस बीमारी के बारे में अभी तक बहुत ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है और न ही वर्तमान में इसका कोई पूरा उपचार है। वैसे तो इस बीमारी से पीड़ित लोग नौकरी करने परिवार और दोस्तों के साथ मेल-मिलाप करने में सक्षम होते हैं लेकिन कई बार उन्हें इसके लिए दूसरों की मदद लेनी पड़ती है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। World Autism Awareness Day 2024: आटिज्म को मेडिकल भाषा में आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसार्डर कहते हैं। यह एक विकास संबंधी गड़बड़ी है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को बातचीत करने में, पढ़ने-लिखने में और समाज में मेलजोल बढ़ाने में परेशानी होती है।
आटिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिससे पीड़ित व्यक्ति का दिमाग अन्य लोगों के दिमाग की तुलना में अलग तरीके से काम करता है। आटिज्म के अलग-अलग मरीजों में अलग-अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस समस्या से जूझ रहे पीड़ित व्यक्ति के सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
यह बात डीएवी कालेज के प्राचार्य प्रो. सुनीन कुमार ने मंगलवार को कालेज में विश्व आटिज्म जागरुकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। इस कार्यक्रम में आटिज्म पीड़ित बच्चों ने प्रतिभाग किया।
डीएवी कालेज के प्रवक्ता डा. विकास दुबे ने कहा कि इस बीमारी के बारे में अभी तक बहुत ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है और न ही वर्तमान में इसका कोई पूरा उपचार है। वैसे तो इस बीमारी से पीड़ित लोग नौकरी करने, परिवार और दोस्तों के साथ मेल-मिलाप करने में सक्षम होते हैं, लेकिन कई बार उन्हें इसके लिए दूसरों की मदद लेनी पड़ती है।
ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मास्टर आदित्य ने शिव तांडव प्रस्तुत किया। केदार, आदित्य, शुभम पुंडीर, शौयारा, कृष्णा और अनमोल ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए। आदर्श से बालीवुड के गाने में डांस किया। इस मौके पर डा. बी प्रतिभा शर्मा, डा. ऊषा पाठक, डा. केआर जैन, डा. प्रशांत श्रीवास्तव, अंजू बाली पांडे आदि मौजूद रहे।
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