IN PICS : यमुनोत्री हाईवे पर मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं की बस खाई में गिरी, मच गई चीख-पुकार, चारों और बिखरे शव देख सिहर उठे लोग
Uttarakhand Bus Accident रविवार शाम करीब सवा सात बजे यमुनोत्री धाम से 70 किलोमीटर पहले डामटा के पास यह हादसा हुआ। डामटा में बस के खाई में गिरते ही चीख-पुकार मच गई। दर्दनाक हादसे के बारे में खबर सुनते ही लोग मौके पर पहुंचे।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 05 Jun 2022 10:09 PM (IST)
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: Uttarakhand Bus Accident : मध्य प्रदेश के पन्ना से चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की बस यमुनोत्री हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। डामटा में बस के खाई में गिरते ही चीख-पुकार मच गई। दर्दनाक हादसे के बारे में खबर सुनते ही लोग मौके पर पहुंचे। खाई में गिरते ही हादसे का शिकार हुई बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं, जमीन पर पड़े शवों को देख लोग सिहर उठे।
श्रद्धालु यमुनोत्री धाम के दर्शनों के लिए जा रहे थे। हादसे में 26 की मौत हो गई है। वहीं 4 घायलों का डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार चल रहा है। इनमें ज्यादातर की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। दुर्घटना की प्रारंभिक वजह चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त बस का बिना रुके यह तीसरा ट्रिप था।
रविवार शाम करीब सवा सात बजे यमुनोत्री धाम से 70 किलोमीटर पहले डामटा के पास यह हादसा हुआ। मध्य प्रदेश के पन्ना से चारधाम यात्रा के लिए आए 28 श्रद्धालु सुबह 10 बजे हरिद्वार से यातायात पर्यटन एवं विकास सहकारी संघ लिमिटेड कंपनी की बस से यमुनोत्री धाम के लिए चले। चालक और परिचालक समेत 30 यात्री इसमें सवार थे। इनमें 14 महिलाएं शामिल हैं। डामटा के पास बस अनियंत्रित होकर लगभग 400 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। उस वक्त आठ से दस वाहनों का काफिला वहां से गुजर रहा था, इनमें दो वाहन इस बस में सवार श्रद्धालुओं के साथ यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के भी थे।
हादसे की सूचना पर डामटा पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों ने घटनास्थल पहुंचकर स्थानीय नागरिकों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया। किसी तरह गहरी खाई में उतरकर बस सवार लोगों की खोजबीन की गई। खाई में कुछ लोग दर्द से कराह रहे थे, जबकि कुछ बेसुध पड़े थे। रेस्क्यू टीम ने घायलों को वहां से निकालकर डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
बताया गया कि जिस जगह दुर्घटना हुई, वहां सड़क काफी चौड़ी है और डामरीकरण हो रखा है। आशंका जताई जा रही है कि चालक को नींद की झपकी आने की वजह से वह बस पर नियंत्रण खो बैठा होगा। ऋषिकेश के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस को 15 मई से 15 नवंबर तक के लिए ग्रीन कार्ड जारी किया गया था। साथ ही रविवार को इसे यात्रा का ट्रिप कार्ड जारी किया गया था।
हादसे के बाद नौगांव अस्पताल से कुछ डाक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डामटा भेजा गया। वहां पर घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को देहरादून और ऋषिकेश एम्म भेजने की तैयारी की जा रही है। 69 यात्रियों का दल 20 मई को पन्ना मध्य प्रदेश से यात्रा पर निकला। चित्रकूट, पशुपतिनाथ और काठमांडू होते हुए दो जून को ये सभी हरिद्वार पहुंचे। यहां दो दिन इंतजार के बाद रविवार को इन्हें यमुनोत्री और गंगोत्री का स्लाट आवंटित हुआ।
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