Move to Jagran APP

सैन्य अफसर बनकर पहनी वर्दी, अब सेहरा पहनने की है तैयारी

युवा सैन्य अधिकारी बने कई जांबाजों के सिर पर सेहरा सजाने की तैयारी है। यह खुशी न केवल अफसरों, उनके परिवारों बल्कि उनकी मंगेतरों के आंखों में भी साफ झलक रही थी।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sun, 09 Dec 2018 09:55 AM (IST)
सैन्य अफसर बनकर पहनी वर्दी, अब सेहरा पहनने की है तैयारी
देहरादून, जेएनएन। जेंटेलमेन कैडेट से युवा सैन्य अधिकारी बने कई जांबाजों और उनके परिजनों के चेहरे पर दोहरी खुशी नजर आई। एक खुशी देश की खातिर तन पर वर्दी पहनने की थी, तो दूसरी तरफ सिर पर सेहरा सजाने की। यह खुशी न केवल अफसरों, उनके परिवारों बल्कि उनकी मंगेतरों के आंखों में भी साफ झलक रही थी। इस दौरान जब देश सेवा के जज्बे के बीच शादी का जिक्र छेड़ा गया तो वह मंद मुस्कान को रोक नहीं सके। इस बात से चेहरे पर खुशी के भाव उमड़ते ही कई अफसरों ने साथ खड़ी मंगेतर की तरफ देखा और कहा दिया कि जल्द परिणय सूत्र में बंध जाएंगे। 

 मूल रूप से जोशीमठ गणाई पौनीखंड के राजेंद्र सिंह 2008 में सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुए। एसीसी करने के बाद उनकी शादी की बात चलने लगी। इस पर टिहरी की आरती चौहान के साथ रिश्ता पक्का हुआ। दोनों परिवारों के बीच शादी की बात चली तो राजेंद्र की अफसर बनने का इंतजार रहे। शनिवार को राजेंद्र अफसर बने तो अब 12 दिसंबर को सगाई की रस्म पूरी होगी। राजेंद्र के अफसर बनने के मौके पर आरती भी शामिल हुई। आरती ने कहा कि एक खुशी मिल गई अब दूसरी खुशी जल्द मिलेगी।

इसी तरह डलहौजी हिमाचल प्रदेश के अमित कुमार और भारती राणा भी अब शादी के बंधन में बंधेंगे। अमित और भारती का रिश्ता भी चार साल पहले हुआ। एसीसी के चलते अमित ने शादी के लिए समय मांगा। अमित अफसर बन गए है और अब नए साल में शादी का प्लान बना रहे हैं है। दिल्ली के रवि कुमार और उनकी मंगेतर सोनम भी सेहरा बंधने के इंतजार में हैं। रवि का कहना है सगाई होने के बाद दो साल से जीवन संगनी पाने का बेसब्री से इंतजार है। इसके अलावा कई अन्य जेंटलमेन अफसर भी अपने मंगेतर के साथ शनिवार को दोहरी खुशी मनाते दिखे। 

यह भी पढ़ें: देश को मिले 347 युवा सैन्य अफसर, मित्र देशों के 80 कैडेट भी हुए पास आउट

यह भी पढ़ें: उप सेना प्रमुख बोले, दुश्मन ने नापाक हरकत की तो फिर होगी सर्जिकल स्ट्राइक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।