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'आप' की हेमा भंडारी का CM धामी पर आरोप; कहा- उत्तराखंड के बजाय हिमाचल की आपदा पर ध्यान दे रहे हैं मुख्यमंत्री

आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर प्रदेश की अनदेखी का आरोप लगाया है। पिछले एक सप्ताह से बारिश के चलते भूस्खलन सड़क दुर्घटना जल सैलाब से मकानों का गिरना लोगों का नदियों में टापू पर फंसना ग्लेशियर टूटना नदियों का जल स्तर बढ़ना बस्तियों में सड़कों पर जल भराव जैसी समस्याएं आ रही हैं लेकिन सीएम को दूसरे प्रदेश की ज्यादा चिंता है।

By Anoop kumar singhEdited By: riya.pandeyUpdated: Wed, 12 Jul 2023 07:30 PM (IST)
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'आप' की हेमा भंडारी ने CM धामी पर प्रदेश की अनदेखी का लगाया आरोप
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर प्रदेश की अनदेखी का आरोप लगाया है। पिछले एक सप्ताह से बारिश के चलते भूस्खलन, सड़क दुर्घटना, जल सैलाब से मकानों का गिरना, लोगों का नदियों में टापू पर फंसना, ग्लेशियर टूटना, नदियों का जल स्तर बढ़ना, बस्तियों में, सड़कों पर जल भराव जैसी समस्याएं आ रही हैं लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी अपने प्रदेश के बजाय हिमाचल के मुख्यमंत्री को आपदा में मदद करने की बात कर रहे हैं।

आपदा की चपेट में आये 17 से अधिक लोग

महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रवक्ता हेमा भंडारी ने कहा कि प्रदेश में एक सप्ताह में अब तक बरसात में लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले दो दिन में उत्तराखंड में 17 से अधिक लोग आपदा की चपेट में आ गए हैं, जबकि हिमाचल में एक सप्ताह में 31 लोगों के मरने की खबर है।

मुख्यमंत्री ने पुष्कर सिंह धामी को गढ़वाल क्षेत्र में जहां अनेक दुर्घटनाओं की सूचना के साथ लोगों के साथ हुए हादसों की कोई चिंता नहीं है। वह गढ़वाल के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बजाय हिमाचल की आपदा और देहरादून के आइएसबीटी के जलभराव के प्रति ज्यादा चिंतित है।

उत्तराखंड में भी है हिमाचल जैसे हालात- भंडारी

कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री को मदद का आश्वासन देकर कि यह संदेश दे रहे हैं कि उत्तराखंड में सब कुछ ठीक-ठाक है, जबकि उत्तराखंड में हालात हिमाचल जैसे ही है। मुख्यमंत्री ने इस तरह से मीडिया के जरिए उत्तराखंड के लोगों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के बजाए लोगों को गुमराह करके वाहवाही बटोरने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। उत्तराखंड के 13 जिलों में से कई जिलों में औसत से बहुत ज्यादा बारिश हुई है। लोगों के खेत, खलिहान, फसल, मवेशी इस वर्षा की चपेट में आए हैं। उनके बारे में मुख्यमंत्री चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं।

असफल रही धामी सरकारी- हेमा भंडारी

मुख्यमंत्री रोज मीडिया में इस बात का प्रचार करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं कि उन्होंने देर रात में कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया है, आईएसबीटी का निरीक्षण किया, कुमाऊं का भ्रमण किया लेकिन गढ़वाल की 41 विधानसभा और सात जिलों की तरफ मुख्यमंत्री का ध्यान बिल्कुल नहीं है। प्रदेश में धामी सरकार पूरी तरह से असफल साबित हो चुकी है। जिसका खामियाजा उत्तराखंड के बारिश की आपदा से प्रभावित लोग भुगत रहे हैं।

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