नाबालिग शिष्य ने लगाया जूना अखाड़े के सचिव प्रेमगिरी पर कुकर्म का आरोप
जूना अखाड़े के सचिव महंत प्रेमगिरी पर शारीरिक शोषण का आरोप लगा है। ये आरोप नाबालिग शिष्य ने लगाया है। जो अब इसी अखाड़े से निष्कासित गोल्डन बाबा का शिष्य है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 29 Dec 2018 09:35 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। नाबालिग शिष्य ने जूना अखाड़े के सचिव महंत प्रेमगिरी पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। अब यह किशोर इसी अखाड़े से निष्कासित गोल्डन बाबा का शिष्य है। किशोर ने गोल्डन बाबा के साथ संत के खिलाफ हरिद्वार की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रिधिम अग्रवाल को शिकायती पत्र सौंपा है। एसएसपी ने कहा कि मामले की जांच कोतवाली पुलिस को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर महंत प्रेमगिरी ने आरोपों को अपने खिलाफ साजिश करार दिया है।
शनिवार को हरिद्वार में गोल्डन बाबा के साथ मीडया से रूबरू किशोर ने कहा कि चार साल पहले मां की मौत होने पर पिता उसे हरिद्वार में महंत गोपाल गिरि के पास छोड़ गए। महंत गोपाल गिरी के ब्रह्मलीन होने के बाद जूना अखाड़े के महंत प्रेमगिरी उसे अपने साथ अखाड़े में ले गए और दीक्षा देकर शिष्य बनाया। किशोर ने आरोप लगाया कि संत दो माह बाद ही उसका शारीरिक शोषण करने लगे।विरोध करने पर उसे गंगा में फेंकने की धमकी भी दी गई। कुछ माह अखाड़े में बिताने के बाद शोषण से तंग आकर वह अखाड़े से भाग गया। इस दौरान वह हरियाणा के अलग-अलग आश्रमों में रहा। किशोर ने बताया कि उज्जैन में उसकी मुलाकात गोल्डन बाबा से हुई और वह उनका शिष्य बन गया। तब उसने गोल्डन बाबा को आप बीती सुनाई। दावा किया कि अखाड़े में कई किशोर शारीरिक शोषण के शिकार हैं। किशोर ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों प्रयागराज में निकली जूना अखाड़े की पेशवाई में भी आरोपित ने उससे अश्लील हरकत की।
गोल्डन बाबा ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अखाड़ा सरंक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। गोल्डन बाबा ने कहा कि इसके बाद ही उन्होंने प्रयागराज और हरिद्वार के एसएसपी को लिखित शिकायत दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अखाड़े के प्रभाव में पुलिस शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है। गोल्डन बाबा ने कहा कि पुलिस से न्याय नहीं मिला तो वह अदालत की शरण लेंगे और जरूरत पडऩे पर प्रधानमंत्री आवास के बाहर धरना भी देंगे। आरोप निराधार: श्रीमहंत हरिगिरी
जूना अखाड़ा के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी ने महंत प्रेमगिरी पर लगे आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने बताया कि अखाड़े को गोल्डन बाबा के खिलाफ दो साल पहले शिकायत मिली थी। इसकी गोपनीय जांच कराई गई। उन पर धन उगाही के आरोप सही पाए गए। पूर्व में भी उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसलिए उन्हें अखाड़े से निष्कासित किया गया है। यही वजह है कि वह अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। चार संतों का निष्कासन रद
जूना अखाड़ा ने चार दिन पहले गोल्डन बाबा सहित पांच संतों को निष्कासित कर दिया था। अब गोल्डन बाबा को छोड़कर बाकी चारों संतों का निष्कासन रद कर दिया गया है। अखाड़ा के सरंक्षक श्रीमहंत हरिगिरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इनमें थानापति महंत मनोहरपुरी व उनके शिष्य थानापति महंत शिवमपुरी, लखनऊ मंडल के श्रीमहंत देवेंद्र पुरी व श्रीमहंत पूजा पुरी शामिल हैं।यह भी पढ़ें: स्कूल बस में घुसकर छात्रा से छेड़छाड़ करने वाला आरोपित गिरफ्तार
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