आदि विश्वेश्वर डोली रथ यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी ने ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर HC के फैसले का किया स्वागत
Gyanvapi Survey एएसआई सर्वे पर हाई कोर्ट के फैसले का ज्ञानवापी के वादी व आदि विश्वेश्वर डोली रथ यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी शैलेन्द्र योगीराज ने स्वागत करते हुए कहा कि इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सत्यता सामने आ जाएगी। योगीराज ने लिखित बयान में जानकारी दी कि अधिमास पड़ने की वजह से आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना के लिए उन्होंने एक नया वाद दाखिल किया है।
जागरण टीम, हरिद्वार। Gyanvapi Survey: एएसआई सर्वे पर हाई कोर्ट के फैसले का ज्ञानवापी के वादी व आदि विश्वेश्वर डोली रथ यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी शैलेन्द्र योगीराज सरकार ने स्वागत करते हुए कहा कि इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सत्यता सामने आ जाएगी।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के शिष्य व आदि विश्वेश्वर डोली रथ यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी शैलेन्द्र योगीराज सरकार ने लिखित बयान जारी कर जानकारी दी कि सावन महीने में अधिमास पड़ने की वजह से आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना के लिए उन्होंने एक नया वाद दाखिल किया है।
आदि विश्वेश्वर की तत्काल पूजा-अर्चना को लेकर दाखिल वाद
बयान में कहा गया है कि अधिमास में आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना राग भोग का अधिकार मिलना ही चाहिए। आदि विश्वेश्वर की तत्काल पूजा-अर्चना के लिए वाद को सिविल जज सीनियर डिवीजन शिखा यादव की अदालत में दाखिल किया गया।
वाद में कहा गया कि सनातन धर्म का पालन करने वाले लोग अधिमास में मिट्टी का पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करते हैं। ज्ञानवापी परिसर में साक्षात शिवलिंग प्रकट हुआ है। ऐसे में श्रावण मास के इस अधिमास में उस प्रकट शिवलिंग की पूजा बेहद जरूरी है, इसलिए आदि विश्वेश्वर के शिवलिंग की पूजा-अर्चना व राग-भोग का अधिकार दिया जाए।