Haridwar में प्रशासन ने ध्वस्त की मजार तो भड़के मुस्लिम युवा, पुलिस ने फटकारी लाठियां; तब काबू हुए हालात
मजार हटने की सूचना पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के युवक मौके पर पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। युवाओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार पर समुदाय विशेष के धर्मस्थलों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
By Mehtab alamEdited By: Nirmala BohraUpdated: Tue, 13 Jun 2023 08:19 AM (IST)
संवाद सूत्र, बहादराबाद: Haridwar News: उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के समीप नहर पटरी पर स्थित मजार को पुलिस प्रशासन की टीम ने सोमवार दोपहर हटा दिया। मजार हटने की सूचना पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के युवक मौके पर पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया।
भीड़ बढ़ने और हंगामे के चलते यातायात अवरुद्ध होता देख पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए उन्हें खदेड़ दिया। एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
पिछले महीने प्रशासन की टीम ने पुलिस को साथ लेकर बहादराबाद में सिंचाई विभाग की जमीन पर बने मजार को हटवाते हुए जर्जर भवन ध्वस्त कराया था। उसी दौरान नहर पटरी पर स्थित मजार के सेवादार को भी नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद प्रशासन ने अन्य जगहों से अवैध धर्मस्थलों को हटवाया।
सोमवार को एसडीएम सदर पूरण सिंह राणा और सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मजार के सेवादार से धार्मिक पुस्तकों और प्रतीक चिन्हों को सम्मान सहित हटाने के लिए कहा। सेवादार ने एसडीएम से कुछ मोहलत भी मांगी। लेकिन एसडीएम पूरण सिंह राणा ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद जेसीबी से मजार और इर्द-गिर्द बना पूरा स्ट्रक्चर ध्वस्त कर दिया गया।
चंद मिनट में ही सूचना आस-पास के क्षेत्र में पहुंच गई। जिस पर बहादराबाद, दादूपुर गोविंदपुर, सलेमपुर, जमालपुर खुर्द आदि गांवों से बड़ी संख्या में मुस्लिम युवक इकट्ठा होकर मौके पर पहुंच गए। युवाओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार पर समुदाय विशेष के धर्मस्थलों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
साथ ही आस पास सार्वजनिक स्थलों पर दूसरे धर्मस्थल गिनाते हुए उन्हें हटाने की मांग भी की। इस बात को लेकर युवाओं की पुलिस से तीखी नोंक-झोंक भी हुई। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने के साथ हंगामा बढ़ता गया और यातायात व्यवस्था बाधित होने का हवाला देते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पीछे हटने का अल्टीमेटम दिया, लेकिन वे नहीं माने। तब पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए युवाओं को खदेड़ दिया।
एहतियात के तौर पर फिलहाल भी मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है। एसडीएम सदर पूरण सिंह राणा ने बताया कि सार्वजनिक जगहों से सभी प्रकार का अतिक्रमण हटाया जा रहा है। जो धर्मस्थल काफी पुराने हैं, उनके संबंध में ठोस साक्ष्य व दस्तावेज मौजूद हैं, उन्हें नहीं हटाया जा रहा है। सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल ने बताया कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल यहां पहुंचा था। मार्ग अवरुद्ध होने पर भीड़ को हटाया गया है।
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