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Haridwar Kumbh Coronavirus Test Fraud: अंतिम चरण में है कोरोना टेस्‍टिंग फर्जीवाड़े में प्रशासनिक जांच

Haridwar Kumbh Coronavirus Test Fraud कुंभ के दौरान हरिद्वार में कोरोना टेस्‍ट‍िंग में किए गए फर्जीवाड़े में प्रशासनिक जांच अंतिम चरण में है। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी यह जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार दो-तीन दिन में कमेटी अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देगी।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 07 Jul 2021 10:52 AM (IST)
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अंतिम चरण में कुंभ मेले में कोरोना टेस्‍टिंग फर्जीवाड़े में प्रशासनिक जांच।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Coronavirus Test Fraud: कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में कोरोना टेस्‍ट‍िंग में किए गए फर्जीवाड़े में प्रशासनिक जांच अंतिम चरण में है। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी यह जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार दो-तीन दिन में कमेटी अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देगी। इसी प्रकरण में एसआइटी और मेलाधिकारी स्वास्थ्य के स्तर से की जांच अभी जारी है।

जून के पहले सप्ताह में कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में बड़े पैमाने पर धांधली का पता चला था। 10 जून को शासन के निर्देश पर हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। सीडीओ सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में गठित समिति में मुख्य कोषाधिकारी और जिला विकास अधिकारी शामिल हैं।

हालांकि, कुंभ मेले में 22 लैब जांच के लिए अनुबंधित की गई थी और सभी जांच के दायरे में हैं। प्रारंभिक जांच में हरियाणा की नलवा लैबोरेटरी और दिल्ली की डा. लालचंदानी लैब के स्तर पर फर्जीवाड़ा करना सामने आया। ये दोनों लैब मैसर्स मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के सहयोगी के रूप में कोरोना जांच कर रही थी। इस सिलसिले में सीएमओ डा. एसके झा की ओर से शहर कोतवाली में मैसर्स मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज और डा. लालचंदानी लैब दिल्ली और नलवा लैबोरेटरी हिसार हरियाणा के खिलाफ मुकदमा कराया गया है। मुकदमे की जांच एसआइटी कर रही है। जबकि, मेला स्वास्थ्य अधिकारी डा. अर्जुन सेंगर भी विभागीय स्तर पर जांच करा रहे हैं।

एसआइटी और सीडीओ की अध्यक्षता वाली प्रशासनिक जांच कमेटियां आरोपित फर्म और लैब संचालकों से कई दौर की पूछताछ कर चुकी हैं। मैक्स कारपोरेट सर्विसेज और नलवा लैबोरेटरी की डील कराने वाले बिचौलिये मुंबई निवासी अनुदेश गोयल से भी एसआइटी पूछताछ कर चुकी है। इतना ही नहीं, नलवा लैब संचालकों का आमना-सामना भी कराया गया। एसआइटी ने तीन रोज पहले मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से सेक्टर प्रभारी बनाए गए सभी 24 चिकित्सकों से भी कोरोना टेस्टिंग संबंधी जानकारी जुटाई थी।

सीडीओ की अगुआई वाली कमेटी ने कुंभ मेले के दौरान सेक्टर अधिकारी के रूप में तैनात रहे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए हैं। सीडीओ सौरभ गहरवार ने बताया कि अगले दो-तीन दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी। मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा. अर्जुन सिंह सेंगर के स्तर पर गठित मेला स्वास्थ्य विभाग की कमेटी की जांच अभी चल रही है।

इस बीच, डा. सेंगर ने स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा को कोरोना जांच के लिए लैबों के चयन की प्रक्रिया की जानकारी दी। महानिदेशक ने उनसे मामले से जुड़े तथ्यों की जानकारी तलब की थी। डा. सेंगर ने 28 दिसंबर को हुई वर्चुअल बैठक का हवाला देते स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर कोरोना जांच के लिए एजेंसियों का चयन करने की जानकारी दी। हालांकि, यह कोई जांच कमेटी नहीं थी, लेकिन इसके बाद से विभाग में कानाफूसी का दौर चल पड़ा है। डीजी व अन्य अधिकारी अधिकृत तौर पर कोई भी बयान देने से परहेज कर रहे हैं।

इस बारे में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी का कहना है कि शासन ने जिलाधिकारी को मामले की जांच की निर्देश दिए थे, उनकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।

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