एम्स ऋषिकेश में होगी आइआइटी में विकसित किए गए वेंटिलेटर की टेस्टिंग
आइआइटी रुड़की की ओर से ‘प्राण वायु’ नाम से विकसित किए गए पोर्टेबल वेंटिलेटर की टेस्टिंग प्रक्रिया एम्स ऋषिकेश के साथ मिलकर जल्द शुरू की जाएगी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 06 Apr 2020 11:58 AM (IST)
रुड़की, जेएनएन। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की की ओर से ‘प्राण वायु’ नाम से विकसित किए गए पोर्टेबल वेंटिलेटर की टेस्टिंग प्रक्रिया अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के साथ मिलकर जल्द शुरू की जाएगी। वहीं, वेंटिलेटर के निर्माण को लेकर देशभर की लगभग सौ कंपनियों ने संस्थान के वैज्ञानिकों से संपर्क साधा है।
कोविड-19 महामारी में वेंटिलेटर की कमी को देखते हुए आइआइटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने एम्स ऋषिकेश के साथ मिलकर क्लोज्ड लूप वेंटिलेटर विकसित किया है। संस्थान की प्रयोगशाला में वेंटिलेटर की टेस्टिंग के बाद अब आइआइटी रुड़की अगले सप्ताह से एम्स ऋषिकेश में इसकी टेस्टिंग शुरू करेगा। टेस्टिंग पेशेंट सिम्युलेटर मशीन के माध्यम से मरीज की अलग-अलग स्थिति पर की जाएगी। अगले चरण में वेंटिलेटर के एंडुरेंस को परखा जाएगा। यानी देखा जाएगा कि बिना रुकावट के चार से पांच दिन तक वेंटिलेटर लगातार काम करता है या नहीं। आइआइटी रुड़की के डीन स्रिक (औद्योगिक रिसर्च एंड इंडस्टियल कंसल्टेंसी) प्रो. मनीष श्रीखंडे ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में पेशेंट सिम्युलेटर मशीन की सुविधा है।
इसलिए पोर्टेबल वेंटिलेटर की टेस्टिंग एम्स में शुरू की जाएगी। बताया कि इस पोर्टेबल वेंटिलेटर के निर्माण के लिए अब तक देशभर की करीब सौ कंपनियों ने संपर्क साधा है। इच्छुक कंपनियों के साथ संस्थान इस पोर्टेबल वेंटिलेटर के डिटेल डॉक्यूमेंट साझा करेगा।प्रो. श्रीखंडे ने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को प्रोडक्ट के अनुसार मेडिकल अप्रूवल स्वयं लेना होगा। बताया कि संस्थान ने प्रयोगशाला में इस पोर्टेबल वेंटिलेटर को 25 हजार रुपये में तैयार किया है। जब कंपनियां वेंटिलेटर का निर्माण करने लगेंगी तो इसकी लागत कम होकर 15 से 20 हजार रुपये आने की उम्मीद है।
यूरोलॉजी विभाग देगा फोन पर परामर्शएसआरएचयू अंतर्गत हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के यूरोलॉजी विभाग (मूत्र रोग विभाग) की ओर से रोगियों के लिए घर बैठे परामर्श लेने की सुविधा शुरू की गई है। इसके लिए अस्पताल की ओर से संबंधित डॉक्टरों के नंबर भी जारी किए गए हैं। मीडिया एवं पब्लिसिटी विभागाध्यक्ष डॉ. रोमिल भटकोटी ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग व फोन के माध्यम से रोगियों को निश्शुल्क परामर्श दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें: coronavirus: छात्र और शिक्षकों को कोरोना से लड़ना सिखाएगा आरोग्य सेतु एप, ऐसे करें डाउनलोडयूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. राजीव सरपाल व डॉ. शिखर अग्रवाल ने बताया कि किडनी में स्टोन, किडनी का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर व पेशाब होने में दिक्कत का सामना कर रहे रोगी नंबर 7500759068 पर डॉ. राजीव सरपाल, 9935060857 पर डॉ. शिखर अग्रवाल के वीडियो कॉन्फ्रेंस, फोन व वाट्सएप पर निश्शुल्क परामर्श ले सकते हैं। डॉ. राजीव सरपाल ने कहा कि पेशाब संबंधित परेशानी जैसे पेशाब का रूक के आना, पेशाब में जलन व पेशाब करते हुए दर्द महसूस करने पर फोन के माध्यम से संपर्क करें।
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