मणिपुर घटना के विरोध में कांग्रेस सेवादल कार्यकर्ताओं ने किया सत्याग्रह, झकझोर देने वाली है हिंसा की तस्वीर
Manipur Violence मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी हिंसा और महिलाओं के प्रति दरिंदगी के विरोध में कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड और महानगर कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी की मूर्ति के समक्ष मौन सत्याग्रह किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मणिपुर में तीन महीने से जारी हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी बेहद खेदजनक रही है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी हिंसा और महिलाओं के प्रति दरिंदगी के विरोध में कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड और महानगर कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी की मूर्ति के समक्ष मौन सत्याग्रह किया।
दिल दहला देने वाली है मणिपुर महिलाओं के खिलाफ हिंसा की तस्वीर
यंग ब्रिगेड सेवा दल के जिला अध्यक्ष जावेद खान और महानगर कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष अश्विन कौशिक के संयोजन में आयोजित सत्याग्रह के उपरांत प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं।
हिंसा पर पीएम की चुप्पी खेदजनक
कार्यकर्ताओं ने कहा कि मणिपुर में तीन महीने से जारी हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी बेहद खेदजनक रही है। उत्तराखंड कांग्रेस सेवा दल यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष आर्यन राठौर ने कहा कि हिंसा रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल हो चुकी मणिपुर सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
मणिपुर घटना ने देश को झकझोर दिया
मांग की कि घटनाक्रम से जुड़े सभी पहलुओं की जल्द से जल्द जांच कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाए, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। जावेद खान ने कहा कि मणिपुर की घटनाओं ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। हिंसा एवं बेटियों के साथ अत्याचार करने वालों को फांसी की सजा मिले और पीड़ितों को तुरंत न्याय और सुरक्षा दी जाए।
एन बिरेन को सत्ता में रहने का नहीं अधिकार- अश्विन कौशिक
अश्विन कौशिक ने कहा कि मणिपुर की एन बिरेन सरकार को सत्ता रहने का कोई अधिकार नहीं है। सत्याग्रह एवं प्रदर्शन में सत्येंद्र सिंह, नितिन कौशिक, मनोज जाटव, अमित कुमार, सागर, प्रशांत चैधरी, लक्ष्मी मिश्रा, अंशुल कौशिक, मुनेश्वर सहगल, शुभम शर्मा, शिव कुमार राजपूत, राशिद सलमानी, शेखर सिंह, अवधेश कुमार, सोनू अंसारी, गुलजार खान, जुबेर शाह, गुलफाम राव, अमन फारुकी, सैफ अली, दिनेश वर्मा, तनवीर अंसारी, फैजान फारुकी सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।