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Coronavirus Test Fraud: आरोपितों से 40 सवालों के जवाब लेगी एसआइटी, पड़ताल में सामने आए तथ्यों का किया परीक्षण

Coronavirus Test Fraud कुंभ मेले के दौरान हुई कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी ने अधिकारियों के बयान दर्ज करने के बाद अब आरोपित फर्म व दोनों नामजद लैब से पूछताछ की तैयारी कर रही है।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 23 Jun 2021 12:12 PM (IST)
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आरोपितों से 40 सवालों के जवाब लेगी एसआइटी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Coronavirus Test Fraud कुंभ मेले के दौरान हुई कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी ने अधिकारियों के बयान दर्ज करने के बाद अब आरोपित फर्म व दोनों नामजद लैब से पूछताछ की तैयारी कर रही है। मंगलवार को करीब तीन घंटे चली एसआइटी की बैठक में अभी तक की पड़ताल में सामने आए तथ्यों का परीक्षण करते हुए अगली कार्यवाही की रणनीति बनाई गई। आरोपितों से पूछताछ के लिए एसआइटी ने 40 सवालों की फेहरिस्त भी तैयार की है। इस मामले में दर्ज मुकदमे में मैसर्स मैक्स कारपोरेट सर्विसेज नई दिल्ली के साथ ही नलवा लैबोरेटरी हिसार (हरियाणा) और डा. लालचंदानी लैब नई दिल्ली नामजद हैं।

एसआइटी अभी तक सीएमओ डा. शंभू कुमार झा, मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा. अर्जुन सेंगर और नोडल अधिकारी डा. एनके त्यागी के बयान दर्ज कर चुकी है। अधिकारियों से कुंभ में टेस्टिंग का टेंडर लेने के दौरान फर्म की ओर से दाखिल दस्तावेज भी एसआइटी ने जुटाए हैं। आरोपितों को दो रोज पहले नोटिस जारी कर हरिद्वार तलब किया जा चुका है।

आरोपित फर्म के संचालकों से पूछताछ से पहले एसआइटी ने सोमवार को अभी तक की पड़ताल में दस्तावेजों और बयानों में जुटाई गई जानकारी का बारीकी से विश्लेषण किया गया। कोतवाली में सीओ राकेश रावत, विवेचनाधिकारी राजेश साह सहित एसआइटी के सभी सदस्यों ने बैठक कर अगली रणनीति तैयार की।

सूत्र बताते हैं कि फर्म और दोनों लैब संचालकों से पूछताछ के लिए 40 से अधिक सवालों की सूची तैयार की गई है। फर्म और लैब संचालक अगले दो दिन में एसआइटी के सामने पेश नहीं होते हैं तो उन पर किस तरह कानूनी शिकंजा कसा जाएगा, इस पर भी एसआइटी की बैठक में विचार-विमर्श हुआ है। विवेचनाधिकारी राजेश साह ने बताया कि हर बिंदु पर बारीकी से जांच चल रही है। अभी तक फर्म या किसी भी लैब ने एसआइटी के सामने अपना पक्ष नहीं रखा है।

मैक्स कारपोरेट के समन्वयक से एसआइटी ने की पूछताछ

एसआइटी ने मंगलवार को आरोपित फर्म मैसर्स मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के कोअर्डिनेटर अजीत नेगी से करीब तीन घंटे पूछताछ की। अजीत से फर्म के रजिस्ट्रेशन से लेकर कुंभ में काम मिलने तक कई अहम बिंदुओं पर सवाल पूछे गए। सूत्र बताते हैं कि अजीत ने फर्म से जुड़े कई चौंकाने वाले राज एसआइटी के सामने उगले हैं। एसआइटी ने अजीत से फर्म के अनुभव, संसाधन, रजिस्ट्रेशन आदि के बारे में पूछताछ की। सूत्र बताते हैं कि अजीत ने मैक्स कारपोरेट सर्विसेज को कोरोना टेस्टिंग का काम दिलवाने में हरिद्वार और देहरादून के कुछ व्यक्तियों के नाम एसआइटी को बताए हैं। इनमें कुछ मीडियाकर्मी भी शामिल बताए जा रहे हैं। एसआइटी ने अजीत नेगी को जांच में सहयोग करने और बगैर इजाजत प्रदेश से बाहर न जाने की हिदायत दी है। पौड़ी निवासी अजीत नेगी कुंभ मेले के दौरान फर्म और मेला स्वास्थ्य विभाग के बीच समन्वय का काम देखता था।

सीडीओ को चिट्ठी देकर मांगी पत्रवली

एसआइटी ने सीडीओ को चिट्टी भेजकर फर्म से जुड़ी पत्रवलियां मांगी है। डीएम के स्तर पर बिठाई गई प्रशासनिक जांच समिति की अगुआई सीडीओ सौरभ गहरवार कर रहे हैं। शासन के निर्देश पर ऐसा किया गया था। एसआइटी से पहले ही सीडीओ आरोपित फर्म के दस्तावेज हासिल कर चुके हैं। अब एसआइटी ने सीडीओ को पत्र भेजकर जांच को आगे बढ़ाने के लिए फर्म से जुड़ी पत्रवालियां उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि आरोपित फर्म इस मामले में हाईकोर्ट पहुंच चुकी हैं।

हरिद्वार से बाहर न जाएं तीनों अधिकारी

एसआइटी इस सिलसिले में अभी तक सीएमओ डा. शंभू कुमार झा, मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा. अर्जुन सेंगर और नोडल अधिकारी डा. एनके त्यागी के बयान दर्ज कर चुकी है। तीनों अधिकारियों से यह कहा गया है कि उन्हें कभी भी एसआइटी बुला सकती है। इसलिए हरिद्वार से बाहर न जाएं। एसआइटी का नेतृत्व कर रहे सीओ राकेश रावत ने इसकी पुष्टि की है।

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